दिल्ली से मुंबई जा रहे यात्री का फ्लाइट में दिल का दौरा पड़ने से मौत, एयरलाइंस पर लापरवाही का आरोप
नई दिल्ली। दिल्ली से मुंबई जा रही जेट एयरवेज की फ्लाइट में 53 साल के व्यक्ति की हर्ट अटैक से मौत हो गई। यात्री का नाम मोहम्मद अफरोज अहमद था। उसके परिवारवालों ने जेट एयरवेज पर ही लापरवाही बरतने का अरोप लगाया है। उनका कहना है कि जब उनकी हालत बिगड़ी तो फ्लाइट में मौजूद केबिन क्रू ने उन्हें अनदेखा कर दिया। उन्हें समय पर ऑक्सीजन नहीं सप्लाई किया गया। वहीं जेट एयरवेज की तरफ से इन आरोपों को खारिज किया गया है। एयरलाइंस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि अहमद की हालत बिगड़ते ही क्रू ने उन्हें फौरन हर जरूरी मेडिकल व्यवस्थाएं मुहैया करायी थी। इतना ही नहीं इसके अलावा फ्लाइट नंबर 9W376 में क्रू के साथ चलने वाले डॉक्टर ने भी अहमद की जांच की थी। एयरलाइंस ने बताया कि अहमद अपने परिवार के तीन सदस्यों के साथ सफर कर रहे थे।
अन्य यात्रियों ने भी किया अहमद के परिवारवालों के आरोपों का समर्थन
अहमद की मौत के बाद उनके परिवारवालों द्वारा एयरलाइंस पर लगाए गए लापरवाही के आरोपों का फ्लाइट के अन्य यात्रियों ने भी समर्थन किया है। अहमद के आगे वाली सीट पर सफर कर रही साक्षी भारद्वाज ने बताया कि अहमद की जब हालत बिगड़ी तो उसके पास कोई क्रू का कोई भी सदस्य मदद के लिए नहीं आया। साक्षी ने बताया कि जब उन्होंने चिल्लाकर ऑक्सीजन मास्क मांगी तब जाकर एक क्रू मेंबर ने मास्क दिया।
यात्रियों को खाना सर्व करने में व्यस्त रहे क्रू
साक्षी ने बताया कि अहमद का भतीजा उनकी बगल वाली सीट पर बैठा था। उन्हें इस बात का अहसास तब हुआ जब उनका भतीजा बार-बार पीछे मुड़कर अपने अंकल को देख रहा था। साक्षी ने बताया कि वक्त क्रू मेंबर्स यात्रियों को खाना सर्व करने में व्यस्त थे। साक्षी ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में एयरलाइंस को मेल भी लिखा है।
केबिन क्रू के सदस्यों को दी जाती है मेडिकल ट्रेनिंग
आपको बता दें कि फ्लाइट में चल रहे केबिन क्रू मेंबर्स को एक हफ्ते की मेडिकल ट्रेनिंग दी जाती है। इसमें फ्स्ट एड से जुड़ी हर छोटी-छोटी चीजें उन्हें सिखाई जाती हैं।