राहुल गांधी ने कहा-मंदिर केवल BJP का नहीं, BSP के साथ गठबंधन पर भी दिया बड़ा बयान
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को राजधानी में आयोजित हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में भाजपा और उसकी नीतियों पर जमकर हमला बोला और साथ ही बसपा को लेकर बड़ा बयान दिया। राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा को लगता है कि केवल उसी के लोग मंदिर जाते हैं और जा सकते हैं, जबकि मैं तो बचपन से ही मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारा जा रहा हूं, हां अचानक से इसे पब्लिसिटी मिलने लगी है, जो शायद भाजपा को अच्छी नहीं लग रही है।
2019 में बसपा साथ होगी: राहुल गांधी
इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों में बीएसपी से गठबंधन नहीं होने पर राहुल गांधी ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि अगर यह गठबंधन नहीं होता है, तो विधानसभा चुनावों पर कोई असर पड़ेगा, हम 2019 में बहुत ज्यादा सीटें जीतेंगे और बसपा उस वक्त साथ होगी, हम उम्मीद करते हैं। राहुल की यह टिप्पणी बसपा प्रमुख मायावती के हाल ही में दिए गए इस बयान पर थी कि बसपा मध्यप्रदेश और राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेगी। मायावती ने आरोप लगाया था कि दिग्विजय सिंह जैसे नेता कांग्रेस-बसपा के बीच गठबंधन नहीं होने देना चाहते।
नोटबंदी मोदी सरकार का सबसे बेतुका फैसला
राहुल ने कहा कि नोटबंदी मोदी सरकार का सबसे बेतुका फैसला था। नोटबंदी के कारण 2% जीडीपी का नुकसान हुआ। ऐसा ही जीएसटी के मामले में हुआ। जीएसटी को लेकर हमारी अवधारणा कुछ अलग थी लेकिन इस सरकार ने हमारी नहीं सुनी। इस सरकार ने देश की जनता के खिलाफ जंग छेड़ दी है, सबसे दुखद ये है कि सरकार अपनों से ही लड़ रही है।
मुझे अपनी पार्टी को बीजेपी जैसा नहीं बनाना है
मुझे अपनी पार्टी को बीजेपी जैसा नहीं बनाना है और न ही मुझे आरएसएस जैसा कैडर चाहिए, उन्होंने साफ कहा कि बीजेपी और आरएसएस में वैचारिक मतभेद है,आरएसएस देश की हर संस्था पर कब्जा करने की कोशिश में है।
हमारा फोकस तीन बातों पर...
राहुल ने कहा कि सत्ता में आने पर हमारा फोकस तीन बातों पर होगा। मैं किसानों को एहसास दिलाऊंगा कि वे देश के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं। मैं हेल्थकेयर और एजुकेशन सेक्टर पर ज्यादा ध्यान दूंगा और लघु और मध्यम उद्यमों को बढ़ावा दूंगा।
आपकी और सोनिया गांधी की राजनीति में क्या अंतर है?
इस सवाल पर राहुल ने कहा कि मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है, उनसे मैंने सब्र रखना सीखा। पहले मैं इतना सब्र नहीं रख पाता था, हमारे बीच कॉमन बात यह है कि हम दोनों ही लोगों की बात सुनते हैं, कल सोनिया जी ने मुझसे कहा कि वे अंतरआत्मा की आवाज को सुनती हैं और मैं अपने दिमाग की सुनता हूं, हम दोनों में शायद यही एक फर्क है।
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