NCP नेता धनंजय मुंडे ने नहीं चुकाया लोन, तो बैंक ने अटैच किया फ्लैट
मुंबई। एनसीपी नेता धनंजय मुंडे के पुणे स्थित एक फ्लैट को शिवाजीराव भोसले सहकारी बैंक द्वारा अटैच किया गया। बैंक द्वारा यह कार्रवाई 70 लाख रुपये का लोन ना चुकाने की वजह से की गई। बैंक की ओर से की गई इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए धनंजय मुंडे ने कहा कि, मैंने चुनाव से पहले बैंक के अधिकारियों से कहा था कि मैं चुनावों में व्यस्त हूं और चुनाव के बाद मामला सुलझाऊंगा। मैं कल फैसला करूंगा कि उन्होंने क्या कार्रवाई की है।
महाराष्ट्र विधानसभा में बीड की परली विधानसभा सीट से धनंजय मुंडे ने अपनी चचेरी बहन भाजपा नेत्री पंकजा मुंडे को हराया था।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के पोस्टर-बॉय धनंजय मुंडे के एक पुणे स्थित फ्लैट को जब्त किया है। बताया जा रहा है कि मुंडे पर बैंक का 1.43 करोड़ रुपये का लोन बकाया है। जिसके लिए बैंक ने उन्हें डिफॉल्टर घोषित किया है।
मुंडे ने बैंक की कार्रवाई को एक राजनीतिक साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने चुनावों के बाद ऋण का निपटान करने की पेशकश की थी, लेकिन बैंक ने फ्लैट को जब्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी।
शुक्रवार को एक मराठी अखबार के पुणे संस्करण में प्रकाशित एक विज्ञापन में शिवाजीराव भोसले सहकारी बैंक (एसबीसीबी) ने कहा कि वह मॉडल कॉलोनी क्षेत्र में युगाई ग्रीन में मुंडे के फ्लैट को संलग्न कर रहे हैं। मुंडे ने शनिवार को कहा था कि उन्हें पिछले महीने बकाया ऋण के बारे में सूचना मिली थी। मैंने बैंक के प्रशासक से कहा था कि चूंकि मैं चुनावों में व्यस्त हूं, इसलिए मैं इस महीने की 30 तारीख के बाद कर्ज का निपटान करूंगा। लेकिन बैंक फिर भी आगे बढ़ गया और संपत्ति को संलग्न कर दिया।
मुंडे
ने
कहा
कि
संपत्ति
उनके
और
बैंक
के
पूर्व
प्रमुख
अनिल
भोसले
के
बीच
लेनदेन
का
एक
हिस्सा
थी।
मुंडे
ने
कहा
कि
भोसले
उनके
पुराने
मित्र
हैं।
उन्होंने
कहा
कि,
मैंने
अपने
हिस्से
का
भुगतान
कर
दिया,
लेकिन
वह
कुछ
वित्तीय
कठिनाइयों
के
कारण
नहीं
हो
सका।
बता
दें
कि
हाल
ही
में
हुए
विधानसभा
चुनावों
में
एनसीपी
प्रमुख
विपक्षी
पार्टी
बनकर
उभरी
है।
वहीं
मुंडे
में
पराली
विधानसभा
से
अपनी
चचेरी
बहन
को
पंकजा
मुंडे
को
हराया
था।
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