Flashback 2020: इस साल खत्म हुआ इंतजार, Indian Air Force को मिले राफेल
अंबाला। साल 2020 इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) के लिए एक यादगार साल बन गया है। इस वर्ष 29 जुलाई को आईएएफ की एक फाइटर स्क्वाड्रन की जरूरत को पूरा करने के मकसद से उठाया गया कदम अपने अंजाम पर पहुंच गया। फ्रांस से फाइटर जेट राफेल ने हरियाणा के अंबाला में एयरफोर्स स्टेशन पर लैंडिंग की और आईएएफ को एक और विदेशी जेट हासिल हो गया। राफेल 29 जुलाई को भारत आया और 10 सितंबर को आईएएफ की गोल्डन एरो स्क्वाड्रन का हिस्सा बन गया। राफेल ऐसे समय पर भारत आया था जब पूर्वी लद्दाख में चीन बॉर्डर पर टकराव को शुरू हुए करीब तीन माह हो चुके थे।
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एक राफेल करीब 700 करोड़ का
पांच राफेल जेट का पहला बैच 7,000 किलोमीटर की दूरी तय करके अंबाला पहुंचा है। इस दौरान उसका स्टॉप यूएई का अल दाफ्रा एयरबेस था जहां से अमेरिका और फ्रांस की सेनाएं ऑपरेट करती हें। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि राफेल के आने से आईएएफ की ताकत क्षेत्र में कई गुना बढ़ गई है। अप्रैल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पहली फ्रांस की यात्रा पर गए थे। यहां पर 36 राफेल जेट की डील फाइनल हुई। यह डील करीब 59,000 करोड़ की बताई जा रही है। नवंबर 2016 में तत्कालीन रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने लोकसभा को जानकारी दी थी कि एक राफेल एयरक्राफ्ट की कीमत इंटर गर्वनमेंट एग्रीमेंट (आईजीए) के तहत 670 करोड़ रुपए के आसपास है। आईएएफ के लिए जो राफेल, फ्रांस की कंपनी डसॉल्ट ने तैयार किया है उसे हथियार और दूसरे सिस्टम से लैस किया गया है। राफेल जेट दक्षिण एशिया में अभी तक किसी भी देश की सेना के पास नहीं हैं। इसके आने से भारत की वायुसेना चीन और पाकिस्तान के मुकाबले और ज्यादा ताकवर हो गई है।
अप्रैल 2021 तक होंगे 21 राफेल जेट
अप्रैल 2021 तक फ्रांस से भारत को 16 और राफेल फाइटर जेट मिल जाएंगे। इन सभी राफेल को हरियाणा के अंबाला स्थित आईएएफ की गोल्डन एरो स्क्वाड्रन में तैनात किया जाएगा। पांच नवंबर को तीन और राफेल ने गुजरात के जामनगर में लैंडिंग की। ये तीनों राफेल फ्रांस से सीधा जामनगर पहुंचे और बीच में कहीं नहीं रुके।इसके अलावा सात राफेल फाइटर जेट्स पर पहले ही आईएएफ के पायलट फ्रांस में ट्रेनिंग ले रहे हैं। 3 राफेल जेट जनवरी में, 3 फरवरी में और सात राफेल जेट अप्रैल में आएंगे। यानी अप्रैल 2021 तक आईएएफ के पास 21 राफेल जेट हो जाएंगे। जहां अंबाला स्थित गोल्डन एरो स्क्वाड्रन यानी स्क्वाड्रन नंबर 17 में 18 राफेल तैनात रहेंगे तो तीन राफेल जेट्स को नॉर्थ बंगाल के हाशिमारा एयरबेस पर तैनात किया जाएगा। यह एयरबेस पूर्वी मोर्चे पर है और चीन की तरफ से पैदा खतरों से निबटने के लिए इस रोल काफी बड़ा है।सभी राफेल जेट, माइका और मीटियोर जैसी खतरनाक मिसाइलों से लैस हैं जो हवा से हवा में दुश्मन को ढेर कर सकती हैं। इसके अलावा इसमें हवा से जमीन पर हमला करने वाली स्कैल्प क्रूज मिसाइल भी इंस्टॉल है।