Flashback 2019: वो दिग्गज राजनेता जिन्होंने इस साल दुनिया को कहा अलविदा
नई दिल्ली। साल 2019 के विदा होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं और जल्द ही हम नये साल 2020 में प्रवेश करने जा रहे हैं। भले ही साल 2019 अब जाने को है लेकिन ये साल किसी के लिए ढेरों खुशियां लेकर आया तो किसी को कभी ना भूलने वाला गम दे गया।
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2019 में देश के कई सियासी दिग्गजों ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया। इनमें कुछ ऐसे दिग्गज भी हैं जिनके अचानक निधन के बारे में जानकर पूरा देश ही अचंभित रह गया। उनके निधन से न केवल देशवासियों को बड़ा झटका लगा बल्कि सियासी पार्टियों को भी भारी क्षति हुई। आइये जानते हैं कौन-कौन से बड़े नेताओं ने साल 2019 में दुनिया को अलविदा कहा...
सुषमा स्वराज का निधन: 6 अगस्त, 2019
बीजेपी की दिग्गज नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस साल दुनिया को अलविदा कह दिया। वो लंबे समय से बीमार थीं। 6 अगस्त की रात को उन्हें दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। जानकारी के मुताबिक, दिल का दौरा पड़ने से 67 वर्षीय वरिष्ठ बीजेपी नेता सुषमा स्वराज का निधन हुआ। नौ बार सांसद रहीं सुषमा स्वराज न केवल आम जीवन में बल्कि सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव और आम लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थीं। उनके अचानक निधन की सूचना से हर कोई अचंभित हो गया था। 2014 में पीएम मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में सुषमा स्वराज विदेश मंत्री थीं, इससे पहले अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में वे सूचना एवं प्रसारण मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री थीं। वो दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रह चुकी थीं।
अरुण जेटली का निधन: 24 अगस्त, 2019
बीजेपी के कद्दावर नेता अरुण जेटली ने भी इसी साल 24 अगस्त (शनिवार) को दुनिया को अलविदा कह दिया। वो लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे। उन्होंने दिल्ली के एम्स में 24 अगस्त को दोपहर करीब 12 बजे अंतिम सांस ली। वो 66 वर्ष के थे। उन्हें दो हफ्ते पहले ही सांस लेने में तकलीफ के कारण एम्स में भर्ती किया गया था। अति शिष्ट, विनम्र और राजनीतिक तौर पर उत्कृष्ट रणनीतिकार रहे अरुण जेटली बीजेपी के लिए एक संकटमोचक की तरह थे। उन्होंने करीब चार दशक की शानदार राजनीतिक पारी खेली, हालांकि, स्वास्थ्य कारणों के चलते उन्हें महज 66 वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा कहना पड़ा।
मनोहर पर्रिकर का निधन: 17 मार्च, 2019
पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का लंबी बीमारी के बाद 17 मार्च को निधन हो गया। बीजेपी के वरिष्ठ नेता मनोहर पर्रिकर लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने 63 वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा। मनोहर पर्रिकर अपनी सादगी के लिए जाने जाते थे और उनकी पार्टी के साथ-साथ आम लोग भी उनकी इस सादगी को बहुत पसंद करते थे। मोदी सरकार में मनोहर पर्रिकर 2014 से 2017 तक देश के रक्षा मंत्री रहे। उनके रक्षा मंत्री रहते हुए भारतीय सेना ने 28 सितंबर 2016 को पीओके में जाकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया। पर्रिकर उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद थे। पर्रिकर पहली बार साल 2000 में गोवा के मुख्यमंत्री बने। हालांकि पहली बार उनके मुख्यमंत्री का कार्यकाल फरवरी 2002 तक का रहा। इसके बाद जून 2002 में वह एक बार फिर से सीएम चुने गए और अपना कार्यकाल पूरा किया। फिर 2012 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने बीजेपी की गोवा में फिर से वापसी कराई और फिर सीएम बने।
शीला दीक्षित का निधन: 20 जुलाई, 2019
कांग्रेस की दिग्गज नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी इस साल दुनिया को अलविदा कह दिया। 20 जुलाई को दिल्ली के एस्कॉटर्स अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। वो 81 साल की थीं और लंबे से बीमार चल रही थीं। दिग्गज कांग्रेसी शीला दीक्षित 1998 से 2013 तक लगातार 15 साल दिल्ली के मुख्यमंत्री पद पर रही थीं। 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें दिल्ली प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था। कुछ समय के लिए वो केरल की राज्यपाल भी रहीं थीं।
बिहार के पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्रा का निधन: 19 अगस्त, 2019
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा का 19 अगस्त को निधन हो गया। वो लंबे समय से बीमार थे और दिल्ली के अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। 82 साल के जगन्नाथ मिश्रा तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे थे। 1975 में वह पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने, दूसरी बार 1980 और फिर तीसरी बार 1989 से 1990 तक वो बिहार के सीएम पद पर रहे। उन्हें 90 के दशक के दौरान केंद्रीय कैबिनेट में भी जगह मिली थी। जगन्नाथ मिश्रा ने बिहार में कांग्रेस को बुलंदियों पर पहुंचाया था। फिलहाल वो जेडीयू के सदस्य थे।
कैलाश जोशी का निधन: 24 नवंबर 2019
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री कैलाश जोशी का निधन 91 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वो लंबे समय से बीमार थे। कैलाश जोशी भोपाल से सांसद भी रहे। उनका जन्म 14 जुलाई, 1929 देवास जिले में हुआ था। वे 1951 में स्थापित जनसंघ से संस्थापक सदस्य भी रहे। इसके बाद उन्होंने 1954 से 1960 तक देवास जिले में जनसंघ के मंत्री के तौर पर काम किया। 24 जून, 1977 को कैलाश जोशी मध्य प्रदेश के इतिहास में पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री बने। हालांकि 1978 में स्वास्थ्य कारणों के चलते उन्होंने मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया था।
MP के पूर्व सीएम बाबूलाल गौर का निधन: 21 अगस्त, 2019
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर 21 अगस्त की सुबह निधन हो गया। 89 वर्ष के बाबूलाल गौर लंबे समय से बीमार थे। कुछ दिन पहले ही उन्हें सांस लेने में तकलीफ के बाद भोपाल के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस दौरान उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। 2004 में उमा भारती के मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद बाबूलाल गौर ने सीएम पद की शपथ ली थी। वो 1974 से 2013 तक दक्षिण भोपाल और गोविंदपुरा सीट से लगातार 10 बार विधायक रहे थे।
पूर्व कानून मंत्री राम जेठमलानी का निधन: 8 सितम्बर 2019
इसी साल 8 सितंबर को वरिष्ठ वकील और पूर्व कानून मंत्री राम जेठमलानी का निधन हहो गया। वो 95 साल के थे और लंबे वक्त से बीमार थे, वो काफी कमजोर भी हो गए थे। राम जेठमलानी की गिनती देश के वरिष्ठ वकीलों में होती थी। साल 2010 में उन्हें सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन का अध्यक्ष चुना गया था। इसके अलावा छठी और सातवीं लोकसभा में उन्होंने बीजेपी के टिकट पर मुंबई से चुनाव भी जीता था। वो अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में कानून मंत्री और शहरी विकास मंत्री भी रहे थे।
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