'बंदूकबाज' आशीष पहुंचा तिहाड़ तो कैदियों ने कहा- 'भाई तू वही है न जो पिस्टल निकालकर क्रांति लिखने की बात कह रहा था'
नई दिल्ली। दिल्ली के हयात होटल में 13-14 अक्टूबर की रात पिस्टल से लड़की को धमकाने के मामले में गिरफ्तार आशीष पांडेय को पटियाला कोर्ट ने तिहाड़ जेल भेजने का आदेश दिया। इससे पहले आशीष पांडेय की कोर्ट में पेशी हुई। आशीष को तिहाड़ की जेल नंबर-4 में रखा गया है। जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक इस बैरक में 70 अन्य विचाराधीन कैदी हैं जिनपर हत्या, हत्या का प्रयास, लूट और डकैती जैसी वारदतों में शामिल होने का आरोप है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आशीष जब तिहाड़ पहुंचा तो वहां कैदियों ने उसे देखते ही पहचान लिया और कहने लगे 'भाई तू वही है न जो विडियो में पिस्टल निकालकर लखनऊ से हूं और क्रांति लिखने की बात कह रहा था।
जेल नंबर-4 के मुलाहजा वॉर्ड में है आशीष
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक खबर के मुताबिक लखनऊ के रहने वाले आशीष को जेल नंबर-4 के मुलाहजा वॉर्ड में ही रखा गया है। इस वॉर्ड में पहली बार अपराध करने वाले विचाराधीन कैदियों को रखा जाता है। इसी बात को सोचते हुए आशीष को भी इसी वॉर्ड में रखा गया।
कोई वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं
हालांकि, पहले आशीष को सुरक्षा की दृष्टि से अलग रखे जाने की योजना थी। लेकिन फिर यही तय किया गया कि इसे वीआईपी ट्रीटमेंट क्यों। अगर कोर्ट ने जेल प्रशासन से कुछ नहीं कहा है और खुद आशीष ने भी अपनी जान को कोई खतरा नहीं बताया है, तो फिर जेल प्रशासन ने तय किया कि इसे भी अन्य कैदियों के साथ ही रखा जाए।
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अधिकारियों को बताता है- मैंने कोई गलती नहीं की
जेल सूत्रों के मुताबिक आशीष जेल के कायदे-कानून का पालन कर रहा है। जेल में वह अधिकारियों को बताता है कि उसकी तो कोई गलती ही नहीं थी। बस उसने अपनी हिफाजत के लिए पिस्टल निकाली थी और वह भी उसने उस लड़के-लड़की के ऊपर तानना तो दूर हवा तक में भी नहीं लहराई थी।
वीडियो में पेश किया गया जैसे मैं कोई आतंकवादी या डॉन
आशीष बताता है कि वह उसकी मेड इन इजरायल लाइसेंसी पिस्टल थी लेकिन उसका विडियो सामने आने के बाद उसे ऐसे पेश किया गया, जैसे कि वह कोई बहुत बड़ा डॉन या कोई आतंकवादी हो जबकि इस मामले की शुरुआत कहां से हुई, उसकी तह तक जाने की किसी ने कोशिश ही नहीं की।