ट्रैवल एजेंट ने हैदराबाद की 5 महिलाओं को दुबई में 2-2 लाख में बेचा, परिजनों ने भारत सरकार से मांगी मदद
हैदराबाद। तेलंगाना के हैदराबाद की रहने वाली पांच महिलाएं संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के शहर दुबई में फंस गई हैं। इनकी वतन वापसी के लिए इनके परिवारों ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। बदरुनिसा नामक महिला ने कहा है, 'सफी नाम का एक ट्रैवल एजेंट नौकरी दिलाने के लिए मेरी बेटी को दुबई ले गया था। लेकिन अब उसे वहां प्रताड़ित किया जा रहा है। मैं भारत सरकार से हमारी मदद करने का आग्रह करती हूं।' जानकारी के मुताबकि सफी इस साल अक्टूबर महीने में ही बदरुनिसा की बेटी को दुबई ले गया था।
अक्टूबर में भेजा गया दुबई
बदरुनिसा की एक अन्य बेटी और दुबई में फंसी महिला की बहन शमीना बेगन का कहना है, 'ट्रैवल एजेंट सफी ने इस साल अक्टूबर महीने में मेरी बहन को नौकरी दिलाने के नाम पर दुबई भेज दिया लेकिन अब उसे वहां प्रताड़ित किया जा रहा है। वो वापस घर लौटना चाहती है। मैं भारत सरकार से आग्रह करती हूं कि कृपया मेरी बहन की मदद करें।'
ट्रैवल एजेंट मांग रहा 1.50 लाख रुपये
शमीना बेगम ने आगे कहा, 'मेरी बहन स्थानीय एजेंट के जरिए मेड की नौकरी के लिए दुबई गई थी। उसने हमें फोन किया और बताया कि वह परेशानी में है। वहां चार ऐसी ही पीड़ित महिलाएं और भी हैं। जब हमें उनकी परेशानियों के बारे में पता चला तो हम स्थानीय एजेंट के पास गए और उससे कहा कि सभी को वापस लेकर आए। उसने हमसे कहा कि हर एक की वापसी के लिए 1.50 लाख रुपये का भुगतान करना होगा। हम सभी गरीब परिवारों से हैं और इन्हें वापस लाने के लिए इतनी रकम नहीं दे सकते। हम भारत सरकार से इन सभी को बचाने और सुरक्षित हैदराबाद लाने का आग्रह करते हैं।'
सामाजिक कार्यकर्ता- इन महिलाओं को 2-2 लाख में बेचा गया
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, दुबई में फंसी महिलाओं के साथ ट्रैवल एजेंट ने धोखा किया है। सामाजिक कार्यकर्ता अमजद उल्लाह खान ने कहा, 'तेलंगाना के मिसरीगंज के रहने वाले सफी नाम के स्थानीय ट्रैवल एजेंट ने यूएई के दुबई में स्थित एक शॉपिंग मॉल में सेल्सविमेन की नौकरी का प्रस्ताव दिया था। इसके बाद तीन महीने के विजिट वीजा पर पांचों महिलाओं को अक्टूबर, 2020 में दुबई ले जाया गया और इन महिलाओं को लेबर रिक्रूटमेंट कंपनी में काम करने वाले अल सफीर को सौंप दिया गया। बाद में इन सभी महिलाओं को 2-2 लाख रुपये में घर में काम करने के लिए कुछ अरब परिवारों को बेच दिया गया।'
'वहां यौन शोषण तक होता है'
उन्होंने आगे बताया, 'इन्हें बिना खाने और रहने की अच्छी सुविधा दिए, दिन में 15 घंटे तक काम करने को मजबूर किया जाता है। यहां उन्हें प्रताड़ित किया जाता है और कई बार अगर वह कोई बात नहीं सुनतीं तो उनका यौन शोषण तक होता है। जब से वह दुबई पहुंची हैं, तभी से उन्हें कोई सैलरी भी नहीं दी गई है। मैं भारत सरकार से इस मामले में मदद करने का आग्रह करता हूं और यूएई, अबू धाबी में भारतीय दूतावास और दुबई में भारतीय वाणिज्य दूतावास से कहता हूं कि इन्हें बचाएं और जल्द से जल्द स्वदेश भेज दें।'
कृषि
कानूनों
पर
सरकार
से
नहीं
हो
पा
रही
सुलह,
तो
भैंस
के
आगे
बीन
बजाकर
किया
ऐसा
प्रदर्शन