भारत पहुंची अमेरिकी क्रूड की पहली खेप, क्या पेट्रोल की कीमतें कम होंगी?
आईओसी भारत की पहली सरकारी रिफाइनरी बन गई है जो कि अमेरिका से आए कच्चे तेल को रिफाइन करेगी।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान तेल आयात के लिए जो डील हुई थी उसके तहत अमेरिकी कच्चे तेल की पहली खेप भारत पहुंच चुकी है। सोमवार को पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसके बारे में जानकारी दी। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि 16 लाख बैरल अमेरिकी कच्चे तेल की पहली खेप उड़ीसा के पारादीप बंदरगाह पर पहुंच चुकी है। पहली खेप में करीब 2.72 लाख टन कच्चा तेल पहुंचा है।
आईओसी भारत की पहली सरकारी रिफाइनरी बन गई है जो कि अमेरिका से आए कच्चे तेल को रिफाइन करेगी। कंपनी ने 3.9 मिलियन बैरल (अमेरिकी कच्चे तेल) का ऑर्डर दे रखा है। वहीं इसके अलावा सरकारी स्वामित्व वाली भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ने कोच्चि और विजाग रिफाइनरियों के लिए क्रमश: 2.95 मिलियन बैरल और 1 मिलियन बैरल अमेरिकी क्रूड का आदेश दिया है।
कंपनी की ओर से जारी किए बयान में आगे कहा गया है कि वर्तमान में भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र की रिफाइनरी की ओर से अनुबंधित कुल कच्चे तेल की कुल मात्रा 7.85 मिलियन बैरल है। यह साल 1975 के बाद अमेरिका से भारत को आने वाली कच्चे तेल की पहली खेंप है। साल 1975 में अमेरिका ने भारत को कच्चे तेल का आयात रोक दिया था। वहीं भारतीय दूतावास की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि भारत में अमेरिका के कच्चे तेल के निर्यात से द्विपक्षीय व्यापार के 2 अरब डॉलर तक बढ़ने की क्षमता है।
नॉर्थ कोरिया में रची गई थी किम जोंग के भाई की हत्या की साजिश, दोनों महिलाएं बेकसूर- कोर्ट