रूसी कोरोना वैक्सीन का पहला बैच तैयार, अगस्त अंत में बाजार में उपलब्ध हो सकता है टीका!
नई दिल्ली। नोवल कोरोनोवायरस के लिए रूसी वैक्सीन का पहला बैच तैयार किया गया है। गत 11 अगस्त को मॉस्को के गामालेया संस्थान द्वारा विकसित कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी गई थी। स्पूतनिक वी' सार्वजनिक उपयोग के लिए अनुमोदित होने वाला पहला नोवल कोरोनावायरस वैक्सीन है, जिसका ऐलान रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने कोरोना वैक्सीन किया था।
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रूस का कहना है कि अगस्त माह के अंत तक वैक्सीन को रोल आउट कर देगा
रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस इसी महीने के अंत तक वैक्सीन को रोल आउट कर देगा, जो सितंबर से वैक्सीन उपलब्ध कराने और अक्टूबर तक बड़े पैमाने पर टीकाकरण शुरू करने की की गई घोषणाओं से पहले है।
रूसी वैक्सीन की घोषणा लेकर वैश्विक वैज्ञानिक संदेह व्यक्त कर चुके है
हालांकि रूस की कोरोना वैक्सीन की घोषणा लेकर वैश्विक वैज्ञानिक समुदायों ने संदेह व्यक्त कर चुके है, क्योंकि घोषित रूसी टीके को अनिवार्य तीसरे चरण के मानव परीक्षणों के बिना ही मंजूरी दी गई है।
सुपरफास्ट अवधि में पूरा किया गया टीके का पहला और दूसरा चरण टेस्ट
रूस द्वारा विकसित कोरोना टीके का पहला और दूसरा चरण परीक्षण सुपरफास्ट अवधि में पूरा किया गया और परीक्षणों की पूरी प्रक्रिया दो महीने से भी कम समय में पूरा कर लिया गया, जबकि आमतौर पर टीकों को विकसित करने में कई महीने तो कभी-कभी कई वर्षों लग जाते हैं।
11 अगस्त को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ऐलान किया था
11 अगस्त को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ऐलान किया था कि रूस ने कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन तैयार कर ली है। उन्होंने दावा किया कि दुनिया में पहली बार कोरोना वायरस का टीका तैयार कर लिया गया है। रूस द्वारा तैयार की गई कोरोना वैक्सीन को रूस ने सोवियत संघ के सैटेलाइट पर ‘स्पूतनिक वी' का नाम दिया है।
तीन कोरोना वैक्सीन भारत में निर्माण की अंतिम चरण में हैंः प्रधानमंत्री मोदी
कोरोना वैक्सीन निर्माण में दुनिया भऱ के वैज्ञानिक आखिरी चरण में हैं और माना जा रहा है कि अगले कुछ महीने में इसकी घोषणा हो सकती है। भारत भी इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कर चुके हैं कि तीन वैक्सीन भारत में निर्माण की अंतिम चरण में हैं।