संसद भवन में भीषण आग पर काबू, धन्यवाद दीजिये मराठी नेता को!
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। महान डिजाइनर हरबर्ट बेकर ने जिस भारतीय संसद का डिजाइन तैयार किया था, वहां पर रविवार को भीषण आग लगने से जिस तरह से हड़बड़ी का मंजर था उससे 13 दिसंबर, 2001 की यादें ताजा हो गई। उस दिन संसद पर हमला हुआ था और तब भी दो मिनट के अंदर दमकल वाहन पहुंच गई थीं। आग बुझ चुकी है और सबसे पहला धन्यवाद उस मराठी नेता को देना चाहिये, जिन्होंने संसद भवन के पास फायर स्टेशन स्थापित करवाने में अहम भूमिका निभाई थी। [आग की तस्वीरें नीचे स्लाइडर में]
उस दिन लोकतंत्र के मंदिर पर हुआ था हमला। उस घटना के इतने सालों के बाद रविवार को संसद भवन संसद भवन के परिसर में भीषण आग लग गई। उस पर काबू पाने की बात हो रही है। अगर अग्निकांड सामान्य दिनों में होता तो कोई हताहत भी हो सकता था।
संसद भवन परिसर में कनाट प्लेस और संसद मार्ग फायर स्टेशनों से दमकल की कई गाड़ियां आग बुझाने के लिए मौके पर मौजूद है।
दो मिनट की दूरी
आपको बता दें कि संसद मार्ग पर फायर स्टेशन बना ही इसलिए था ताकि संसद भवन में किसी अप्रिय घटना की सूरत में इधर से दमकल आ सके। आतंकी हमले के समय में भी इधर यहां से ही तुरंत दंकल पहुंच गईं थीं। ये फायर स्टेशन संसद भवन से दो मिनट की दूरी पर है। बता संसद के गेट नंबर-5 के पास आग लगी थी।
य़शवंत चव्हाण की सिफारिश
बता दें कि संसद भवन के करीब फायर स्टेशन की स्थापना पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशंवत चव्हाण की सिफारिश पर बना था। हालांकि जब संसद भवन बना था 1929 के आसपास तब फायर स्टेशन नहीं था। उस दौर में इसके डिजाइनर हरबर्ट बेकर ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि जिस इमारत का वे डिजाइन बना रहे हैं, उसमें हमले आतंकी हमले हों या वहां पर भीषण आग लगने की घटनाएं होंगी।
पर बड़ा सवाल यह है कि संसद भवन में इतनी भीषण अग्निकांड हो कैसा गया। इसका जवाब उन सभी को देना होगा जो इसकी देखभाल से लेकर सुरक्षा के काम में लगे हैं।
स्लाइडर में देखें आग की तस्वीरें और कुछ बातें-
एसी प्लांट में आग लगी
आग पर काबू पाया जा चुका है। लेकिन संसद परिसर में धुआं भर गया।
शॉर्ट सर्किट है वजह
एसी प्लांट में आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।
बड़ी घटना रुकी
अब साफ है कि आज भी फायर कर्मियों ने कोई बड़ी घटना को होने से रोक दिया। पर, इस तरह की घटनाओं को कतर्इ नहीं होने देना चाहिए।
नई दिल्ली पर छाया धुआं
बहरहाल, रविवार को संसद में जिस तरह से आग लगी और उसका धुआं समूची नई दिल्ली को अपनी चपेट में ले रहा था।
प्रणब ने जताई चिंता
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने संसद भवन में लगी आग की घटना पर चिंता व्यक्त की है।
वैंकैया नायडू हुए सक्रिय
इस बीच, जानकारी मिली है कि संसदीय कार्य वैंकेया नायडू ने सरकार घटना की जानकारी संबंधित अफसरों से ली है।