छत्तीसगढ़ में ईडी के छापे पर वित्त मंत्री बोलीं- ये बदले की राजनीति नहीं, सबूत मिलने पर ही होती है कार्रवाई
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी पर एक सवाल का जवाब देते हुए कहा ये बदले की राजनीति नहीं।
कांग्रेस पार्टी समेत अन्य विपक्षी पार्टियां लगातार सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी द्वारा की जा रही कार्रवाई को लेकर सवाल उठाने के साथ उन पर आरोप लगा रहे है कि देश की जांच एजेंसियां केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रही हैं। वहीं कांग्रेस के इस आरोप का जवाब केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिया है। सोमवार को देश की वित्त मंत्री ने कहा जांच एजेंसियों द्वारा की गई छापेमारी में कोई प्रतिशोध की राजनीति नहीं है, ये एजेंसी आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत जुटाते हैं उसके बार ही कार्रवाई करते हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी पर एक सवाल का जवाब देते हुए ये बात कही।
जांच एजेंसियां सबूत मिलने पर ही कार्रवाई करती हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर प्रतिशोध की राजनीति करने का आरोप लगाने वाली कांग्रेस को वित्त मंत्री ने आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा "जांच एजेंसियां कुछ समय के लिए अपना बड़ा होमवर्क करती हैं और केवल तभी जब उनके पास आवश्यक सबूत होते उनके हाथ में तभी वो कार्रवाई करती हैं। खासकर अगर यह इनकम टैक्स और प्रवर्तन निदेशालय जैसी एजेंसियां काफी संख्या में प्रश्नावली भेजने के बाद, जिसके लिए उन्हें पूर्ण, आंशिक या कोई जवाब नहीं मिलता है, तभी वे कार्रवाई करने जाते हैं। यह सब रातों-रात नहीं किया जा सकता है।
कांग्रेस
पार्टी
को
भ्रष्टाचार
पर
बिल्कुल
नहीं
बोलना
चाहिए
वित्त मंत्री ने कहा "यह अजीब है कि जिस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष भ्रष्टाचार और धन के कुप्रबंधन के मामलों पर जमानत पर बाहर हैं। वो देश की अदालतों के माध्यम से और वे बदले की राजनीति की बात करते हैं। प्रत्येक एजेंसी ठोस सबूत के साथ सामने आ रही है। इसलिए हम पर बदले की भावना का आरोप लगाने के बजाय , कांग्रेस को लोगों और अपने महाधिवेशन को यह बताना चाहिए कि पार्टी के फंड के दुरुपयोग के मामले में उनके प्रमुखों को अदालत द्वारा जमानत क्यों दी गई है। उन्होंने राया दी कि कांग्रेस पार्टी को भ्रष्टाचार पर बिल्कुल नहीं बोलना चाहिए।
कांग्रेस
सदन
में
आरोप
लगाती
है
और
जवाब
सुने
बिना
बाहर
चली
जाती
है
संसद में क्रोनी कैपिटलिज्म का मुद्दा कांग्रेस द्वारा उठाए जाने और पीएम द्वारा तथ्यों के साथ जवाब नहीं देने के सवाल के कांग्रेस के आरोपा पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कांग्रेस कभी भी पीएम को सुनने के लिए सदन में नहीं रही। इसलिए उसने सुना नहीं। जबकि पीएम ने कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवालों का विस्तृत जवाब दिया है, लेकिन वे आरोप लगाते हैं और फिर भी सदन में आरोप लगाते है और बाहर चले जाते हैं क्योंकि वे तथ्यों का सामना नहीं कर सकते हैं।
कोंग्रेस पार्टी ने हमेशा परिवार, वंश के कल्याण की परवाह की
सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस ने राजनीतिक विचार के लिए भारत के विकास को रोक दिया। कांग्रेस ने कभी भी भारत की प्रगति की परवाह नहीं की, बल्कि केवल पार्टी, परिवार और वंश के कल्याण की परवाह की।।
पेट्रोल
और
डीजल
में
जीएसटी
शामिल
करने
पर
वित्त
मंत्री
ने
बोली
ये
बात
पेट्रोल और डीजल को जीएसटी में शामिल किए जाने पर वित्त मंत्री ने कहा कि अगर कांग्रेस या कोई अन्य पार्टी चाहती है कि यह आए, तो उन्हें इसे जीएसटी परिषद में लाना चाहिए और परिषद को फैसला लेने देना चाहिए। उन्होंने कहा कांग्रेस को इसे परिषद में शुरू करने दें। केंद्र सरकार ने यह कहकर अपनी मंशा साफ कर दी है कि हम इसे जीएसटी में एक आइटम के तौर पर रखेंगे। हमें परिषद में दर बताओ।
कांग्रेस प्रवक्ता ने जांच एंजेसी की छापेमारी को लेकर लगाया है ये आरोप
बता दें कांग्रेस प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी ने कहा कि छापेमारी का समय को संदिग्ध बताते हुए सवाल किया कि "ऐसा क्यों है कि जब भी कोई पार्टी या संगठनात्मक कार्यक्रम होता है, तो ये छापे मारे जाते हैं? और विपक्षी नेताओं के खिलाफ 95 प्रतिशत छापे क्यों पड़ते हैं? बीजेपी का मकसद कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाना और बाद की सरकारों द्वारा किए जा रहे कामों को बाधित करना या उन्हें गिराने की कोशिश करना है।
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