एमएसएमई को संकट से उबारने के लिए सरकार ने उठाए ये 6 कदम, बिना गारंटी मिलेगा लोन
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार शाम देश के नाम अपने संबोधन में 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज का ऐलान किया है। सरकार के पैकेज के बारे में जानकारी देते हुए आज वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने उद्योगों को लेकर घोषणा करते हुए कहा कि एसएसएमई सेक्टर को उबारने के लिए सरकार विशेष प्लान लाई है। इस सेक्टर को बिना गारंटी के तीन लाख करोड़ रूपए का लोन मिलेगा। जिससे करीब 45 लाख लोगों को इसका फायदा होगा और छोटे और लघु उद्योगों को मदद मिलेगी। उनसे कोई गारंटी फीस नहीं ली जाएगी।
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सीतारमण ने कहा कि एमएसएमई के लिए सरकार ने 6 कदम उठाए हैं। इसमें तीन लाख करोड़ रुपये का कोलेट्रल फ्री लोन दिया जाएगा, जिस पर किसी तरह की कोई गारंटी नहीं ली जाएगी। इसकी अवधि चार साल की होगी। एक वर्ष तक मूलधन को चुकाने की जरूरत नहीं होगी।15 हजार से कम सैलरी वाले कर्मचारियों को सहायता दी जाएगी। संकट से फंसे छोटे उद्योगों को इस बाबत 20 हजार करोड़ रूपए दिए जाएंगे।
मध्यम, सूक्ष्म, लघु उद्योग, कुटीर उद्योग और घरेलू उद्योग के लिए लोन 4 साल के लिए है और 100 फीसदी गारंटी फ्री है। ये उन उद्योगों को मिलेगा, जिनका बकाया लोन 25 करोड़ से कम हो और टर्नओवर 100 करोड़ से ज्यादा ना हो। 10 महीने तक लोन चुकाने में छूट मिलती रहेगी। इस लोग के लिए 31 अक्टूबर 2020 तक अप्लाई किया जा सकेगा। इसके लिए किसी भी तरह का अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा और इससे 45 लाख एमएसएमई को फायदा मिलेगा।
निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आप देख रहे हैं कि 2014-19 के शासन के दौरान भी पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार संवेदनशील, सुनने और जवाब देने वाली सरकार रही। अब इस राहत पैकेज के जरिए सरकार भारत को आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश कर रही हैं। वित्त मंत्री ने कहा, 3 महीने में किसानों, गरीबों के लिए कई कदम उठाए गए हैं। आज से अगले कुछ दिनों के लिए, मैं पूरी योजना के साथ देश के सामने आऊंगी।
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