प्रधानमंत्री की अर्थशास्त्रियों के साथ बैठक में नजर नहीं आईं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विपक्ष ने उठाए सवाल
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए उठाए जाने वाले कदमों के मद्देनजर 30 से अधिक उद्योग विशेषज्ञों और अर्थशास्त्रियों के साथ बैठक की। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री ने पांच ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को लेकर अर्थशास्त्रियों को संबोधित किया, साथ ही उन्होंने खपत और मांग बढ़ाने के लिए सुझाव लिए। लेकिन इस बैठक से अधिक चर्चा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को लेकर हो रही है।
सीतारमण दिखाई नहीं दीं
क्योंकि बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी तो दिखाई दिए लेकिन सीतारमण दिखाई नहीं दी। उनके बैठक में मौजूद नहीं रहने के कारण विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा है।
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भाजपा ने ट्वीट किया
वहीं भाजपा ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए जानकारी दी कि वित्त मंत्री सीतारमण ने नई दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिवों, प्रवक्ताओं सहित मोर्चा प्रभारियों के साथ बजट पूर्व परामर्श बैठकें की हैं। इसके बाद कांग्रेस ने नीति आयोग की तस्वीर शेयर करते हुए निशाना साधा और कहा, 'एक महिला के जिम्मे जो काम है, उसे पूरा करने के लिए कितने पुरुष मौजूद हैं।' कांग्रेस ने कहा कि बजट से पहले होने वाली बैठक में अगली बार सीतारमण को बुलाया जाए।
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वित्त मंत्री के कार्यालय की ओर से ट्वीट
वित्त मंत्री के कार्यालय की ओर से ट्वीट किया गया। जिसमें कहा गया कि वह पहले ही उद्योगपतियों और विशेषज्ञों के साथ बजट पूर्व बैठक कर परामर्श ले चुकी हैं। इसमें कहा गया कि जब प्रधानमंत्री की अगुवाई में बैठक हो रही थी, तब वह पार्टी के राष्ट्रीय महासचिवों सहित सभी मोर्चा प्रभारियों और प्रवक्ताओं के साथ बैठक कर बजट से संबंधित सुझाव ले रहीं थीं। उनके कार्यालय के अनुसार वह पहले से निर्धारित बैठक को रद्द नहीं कर सकती थीं, जो पार्टी के अधिकारियों के साथ होनी थी। इस बात की जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय को दी गई, जिसके बाद पीएम मोदी ने ही उन्हें दूसरी बैठक का हिस्सा बनने का सुझाव दिया था।