CORONA संक्रमण को रोकने के लिए केरल सरकार की अनूठी पहल, टैक्सी में ड्राइवर और सवारी के बीच ग्लास जरूरी
नई दिल्ली: पूरा देश कोरोना से बुरी तरह प्रभावित है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने 17 मई तक लॉकडाउन का ऐलान किया है। इस बार सरकार ने कई इलाकों में दुकानें खोलने और टैक्सी सेवाओं में छूट दी है, ताकी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाया जा सके। इस बीच टैक्सी सेवा सुचारु करने और ड्राइवरों को संक्रमण से बचाने के लिए केरल सरकार ने अनोखी पहल की है। जिसके तहत अब टैक्सी में ड्राइवर और सवारी के बीच ग्लास जरूरी होगा।
सिर्फ दो लोग कर सकेंगे यात्रा
एशियानेट न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक सरकार ने टैक्सी संचालन के लिए कुछ अहम शर्तें रखी हैं। जिसके तहत आगे की सीट पर कोई नहीं बैठेगा, वहीं पीछे की सीट पर सिर्फ दो लोगों को बैठने की अनुमति होगी। इस दौरान ड्राइवर और सवारी के बीच ग्लास लगा होगा, जिससे कोरोना का संक्रमण रोका जा सके। वहीं यात्री को टैक्सी में बैठाने से पहले ड्राइवर उसे सैनिटाइजर देगा। इसके बाद ड्राइवर कार का गेट खोलेगा, यात्री को गेट छूने की अनुमति नहीं होगी। इस दौरान ऑनलाइन मनी ट्रांसफर होगा ताकी ड्राइवर और यात्री में कोई संपर्क न हो। यात्रा के दौरान यात्री और ड्राइवर को मास्क पहनना अनिवार्य होगा। सरकार के निर्देश के मुताबिक हर यात्रा के बाद ड्राइवर कार को साफ करेगा। यात्रा के दौरान एसी भी नहीं चलाई जाएगी। अगर ग्लास नहीं लग पा रहा तो अच्छी क्वालिटी की प्लास्टिक सीट लगाई जा सकेगी।
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एक्टर जावेद जाफरी को पंसद आया आइडिया
वहीं टैक्सी ड्राइवर को संक्रमण से बचाने का ये आइडिया एक्टर जावेद जाफरी को पंसद आया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि केरल में एयरपोर्ट की टैक्सी में फाइबर ग्लास लगा है, जो ड्राइवर को यात्री से अलग करता है। कोरोना लॉकडाउन का सिलसिला एक साल तक चलेगा। ड्राइवर अपने परिवार और खुद को सुरक्षित कर रहे हैं, ये बहुत ही अच्छा कदम है।
केरल में सिर्फ 37 एक्टिव केस
पूरे देश में कोरोना के 50 हजार के करीब मामले सामने आ चुके हैं। वहीं कोरोना से अब तक 1600 से ज्यादा मौत हुई हैं, जबकि 14291 मरीज ठीक होकर जा चुके हैं। देश में कोरोना का पहला मरीज केरला से सामने आया था, इसके बाद भी केरल में हालात काफी काबू में हैं। जहां अभी तक 536 कोरोना के मरीज सामने आ चुके हैं। जिसमें से सिर्फ चार लोगों की मौत हुई है, जबकि 462 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। अभी वहां एक्टिव केस की संख्या सिर्फ 37 है। केरल सरकार ने कोरोना को रोकने के लिए कई कड़े कदम उठाए, जिस वजह से वहां पर एक्टिव केस की संख्या इतनी कम है। वहीं अब टैक्सी में ग्लास लगाने के फैसले की भी सराहना हो रही है।