कोलकाता में इमाम ने जारी किया फतवा- मोदी का मुंह काला करने पर मिलेंगे 25 लाख, बीजेपी ने किया केस
बरकती ने फतवा जारी किया कि मोदी का मुंह काला करने वाले शख्स को 25 लाख रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने नोटबंदी का फैसला लागू करके देश की जनता को मुसीबत में डाला है।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी की चर्चित टीपू सुल्तान मस्जिद के प्रमुख और लगातार फतवा जारी करने की वजह से चर्चा में रहने वाले नूर-उर-रहमान बरकती ने नोटबंदी के फैसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निंदा करते हुए उनका मुंह काला करने पर इनाम की घोषणा की है। बरकती ने फतवा जारी किया कि मोदी का मुंह काला करने वाले शख्स को 25 लाख रुपये दिए जाएंगे। बरकती ने कहा कि प्रधानमंत्री ने नोटबंदी का फैसला लागू करके देश की जनता को मुसीबत में डाला है। फतवा पिछले हफ्ते जारी किया गया है जिसके बाद बीजेपी ने पुलिस से लिखित शिकायत करके बरकती की गिरफ्तारी की मांग की है।
127
लोगों
की
मौत
का
जिम्मेदार
ठहराया
हिंदुस्तान
टाइम्स
की
रिपोर्ट
के
मुताबिक,
बरकती
ने
दावा
किया
कि
नोटबंदी
की
वजह
से
संख्या
में
गरीबों
को
परेशानी
हुई
है
और
बहुतों
के
पैसे
बर्बाद
हो
गए।
उन्होंने
कहा
कि
मोदी
ने
देश
के
साथ
धोखा
किया
है
और
उनके
इस
काम
की
सजा
उनका
मुंह
काला
करके
दी
जानी
चाहिए।
इसलिए
जो
भी
मोदी
का
मुंह
काला
करेगा
उसे
25
लाख
रुपये
कैश
दिया
जाएगा।
बरकती
ने
जिस
तेजी
से
हर
मुद्दे
पर
फतवा
जारी
करने
की
परंपरा
बना
ली
है
उसके
चलते
उन्हें
'बंगाल
का
फतवा
मैन'
कहा
जाने
लगा
है।
उन्होंने
कहा,
'मैं
मोदी
के
खिलाफ
जारी
किए
गए
अपने
फतवा
पर
पूरी
तरह
अडिग
हूं।
वह
नोटबंदी
के
बाद
बैंकों
और
एटीएम
की
लाइन
में
127
से
ज्यादा
लोगों
की
मौत
के
जिम्मेदार
हैं।
'
पढ़ें: नोटबंदी की वजह से धीमी हुई विकास की रफ्तार, वर्ल्ड बैंक ने लिया बड़ा फैसला
'फतवा
जारी
करने
पर
मिल
रही
है
बधाई'
फतवा
जारी
करने
के
बाद
बरकती
ने
दावा
किया
है
कि
इसके
लिए
उन्हें
सैकड़ों
लोगों
ने
बधाई
भी
दी
है
और
उनके
फतवा
को
सराहा
है।
मोदी
के
खिलाफ
फतवा
जारी
करने
से
पहले
उन्होंने
बंगाल
बीजेपी
के
अध्यक्ष
दिलीप
घोष
को
भी
निशाने
पर
लिया
था।
उन्होंने
कहा
था,
'उसे
(घोष)
को
पत्थरों
से
मारकर
बंगाल
से
बाहर
कर
देना
चाहिए।'
करीब
तीन
दशक
तक
टीपू
सुल्तान
मस्जिद
के
प्रमुख
रहने
वाले
बरकती
ने
लेखक
सलमान
रुश्दी,
बांग्लादेशी
लेखिका
तसलीमा
नसरीन
और
तारिक
फतह
के
खिलाफ
भी
फतवा
जारी
किया
था।
तसलीमा
नसरीन
के
खिलाफ
बरकती
ने
तीन
फतवे
जारी
किए।
जिनमें
से
पहला
2004,
दूसरा
2006
और
तीसरा
2007
में
जारी
किया।
हर
बार
फतवा
जारी
करके
बरकती
ने
इनाम
की
राशि
बढ़ा
दी।