पिता-पुत्री की जोड़ी ने शर्ट लहराकर बचाई 2000 लोगों की जान, मंत्री जी ने नाश्ते के लिए घर बुलाया
नई दिल्ली। त्रिपुरा के अगरतला में गरीब पिता-पुत्री की जोड़ी ने अपनी सूझबूझ ने 2000 लोगों की जान बचाई है। जंगल में लकड़ियां काटकर अपना पेट पालने वाले स्वप्न देब बर्मा और उसकी बेटी सोमती ने रेलवे ट्रैक में आए दरार के बारे में ट्रेन के लोकोपायलट ड्राइवर को बताया और बड़े रेल हादसे को होने से टाल दिया। दोनों की इस बहादुरी के लिए त्रिपुरा के स्वास्थ मंत्री सुदीप रॉय बर्मन ने दोनों को अपने घर बुलाया और अपने घर पर नाश्ता कराया।
शर्ट लहराकर रुकवाई ट्रेन, बची 2000 लोगों की जान
अगरतला के दिहाड़ी मजदूर स्वप्न देब बर्मा और उसकी बेटी सोमती ने 15 जून को रेलवे ट्रैक में आई बड़ी दरार को देखा। दोनों उस वक्त लकड़ियां इकट्ठा कर रहे थे। इसी दौरान उनकी नजर रेलवे की पटरियों र पड़ी,जिसमें भूस्खलन की वजह से बड़ी दरार आ गई थी। दोनों ने देखा कि सामने से एक तेज रफ्तार ट्रेन आ रही है। स्वप्न देब ने पहले अपना शर्ट लहराकर ट्रेन के ड्राइवर को सचेत करने की कोशिश की, लेकिन जब वो उसके इशारे को नहीं समझ पाया तो बिना डरे वो अपने शर्ट को लहराता हुआ रेलवे ट्रैक पर ट्रेन की ओर दौड़ने लगा।
पिता-पुत्री की जोड़ी ने दिखाई हिम्मत
स्वप्न देब डरा नहीं और ट्रेन की ओर दौड़ता चला गया। ट्रेन का ड्राइवर समझ गया कि आगे कुछ खतरा हैं और उसने फौरन इमरजेंसी ब्रेक लगा दी। ट्रेन अगर उस पटरी से गुजर जाती तो एक बड़ा रेल हादसा तय माना जा रहा था, लेकिन पिता-पुत्री की जोड़ी ने इस बड़े हादसे को होने से टाल दिया। उनकी इस हिम्मत को देखकर लोगों ने उनकी खूब प्रशंसा की। 21 जून को त्रिपुरा सरकार में मंत्री सुदीप रॉय बर्मन ने स्वप्न देब बर्मा और उनकी बेटी सोमती को उनके किए गए इस साहस भरे काम के लिए सम्मानित किया। मंत्री जी ने दोनों को अपने घर पर आमंत्रित किया।
सरकार करेगी सम्मानित
मंत्री सुदीप रॉय बर्मन ने पिता-पुत्री को अपने घर नाश्ते पर आमंत्रित किया और दोनों के साथ मिलकर नाश्ता किया। मंत्री जी ने कहा कि स्वप्न देब ने साहस का परिचय दिया है। वो सरकार ने उन्हें सम्मानित करने के लिए सिफारिश करेंगे। वहीं सोशल मीडिया पर भी उनक इस काम की खूब तारिफ हो रही है। क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने भी उनकी फोटो को शेयर करते हुए उन्हें असली हीरो बताया है।