FATF से वॉर्निंग, जनरल बिपिन रावत ने कहा अब पाकिस्तान पर एक्शन लेने का दबाव
नई दिल्ली। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की पाकिस्तान को दी गई वॉर्निंग के बाद इंडियन आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। जनरल रावत ने कहा है कि संस्था की ओर से दी गई चेतावनी के बाद अब पाकिस्तान पर दबाव है कि वह आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करे। एफएटीएफ ने शुक्रवार को पड़ोसी देश के लिए फरवरी 2020 तक की डेडलाइन तय है। इतने समय में पाक को संस्था की तरफ से तय मानकों पर खरा उतरना होगा।
यह भी पढ़ें-चीन ने भी अब कहा, अगर पाकिस्तान नहीं सुधरा तो फरवरी 2020 में ब्लैकलिस्टिंग तय
पड़ोसी अब दबाव में
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए जनरल रावत ने कहा, 'अब दबाव उन पर है और उन्हें एक्शन लेना होगा। हम चाहते हैं कि वह शांति कायम करने की दिशा में काम करें। इस तरह की किसी भी ग्रे लिस्ट में रहना किसी भी देश के लिए खराब स्थिति है।' संस्था की ओर से पाक को वॉर्निंग दी गई है कि अगर उसने फरवरी तक कोई एक्शन नहीं लिया तो फिर उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। एफएटीएफ का कहना है कि पाकिस्तान 27 में से 22 बिंदुओं पर कार्रवाई करने में नाकाम रहा है। पाक जून 2018 से इस ग्रे लिस्ट में है। क को साफ तौर पर कह दिया है कि अगली प्लानिंग मीटिंग पर उस पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा। इसके साथ ही एफएटीएफ ने सभी सदस्यों से अपील की है कि वे अपने यहां वित्तीय संस्थाओं को निर्देश दें कि पाकिस्तान के साथ व्यासायिक संबंधों और व्यापार पर खास ध्यान दिया जाए।
10 कदमों के तहत पाक को लेना होगा एक्शन
एफएटीएफ की तरफ से 10 कदमों को लेकर पाकिस्तान से उम्मीद जताई गई है कि वह काउंटर टेरर फाइनेंसिंग के तहत आतंकियों के खिलाफ एक्शन लेगा। एफएटीएफ ने पाक से उम्मीद जताई है कि वह यूनाइटेड नेशंस की तरफ से प्रतिबंधित आतंकी जैसे हाफिज सईद के खिलाफ सधी कार्रवाई करे। संस्था की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में किसी भी आतंकी का नाम नहीं लिया गया लेकिन कहा गया कि पाक को उन सभी आतंकियों के खिलाफ प्रभावी वित्तीय प्रतिबंध लगाने होंगे जिन्हें यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल (यूएनएससी) के प्रस्ताव 1267 और 1373 के तहत बैन किया जा चुका है।