फारुख अब्दुल्ला पर फिर लगी पाबंदियां, सुरक्षाबलों ने नमाज के लिए हजरतबल दरगाह जाने से रोका
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के चीफ फारुख अब्दुल्ला को ईद-ए-मिलाद-उल-नबी के मौके पर हजरतबल दरगाह में नमाज पढ़ने के लिए उनके आवास से बाहर जाने से रोक दिया गया। सुरक्षाबलों द्वारा उन्हें रोके जाने का अब्दुल्ला ने विरोध किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें घर में फिर से नजरबंद कर दिया गया है। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भारत सरकार पर निशाना साधा है।
Recommended Video
दरअसल फारूक अब्दुल्ला शुक्रवार सुबह जब हजरतबल दरगाह पर ईद की नमाज पढ़ने के लिए घर से निकलने लगे तो उनकी सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बाहर जाने से रोक दिया। मिली जानकारी के मुताबिक फारूक अब्दुल्ला ने इसका विरोध भी किया लेकिन उनकी सुरक्षा में तैनात जवानों ने उनकी बात नहीं सुनी। यही नहीं अब्दुल्ला को घर से बाहर भी नहीं जाने दिया गया।
इस घटना पर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने ट्वीट कर कहा कि, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पार्टी अध्यक्ष डॉ. फारुक अब्दुल्ला के आवास को अवरुद्ध कर दिया है और उन्हें नमाज पढ़ने के लिए दरगाह हजरतबल जाने से रोक दिया। जेकेएनसी खासकर मिलाद-उन-नबी के पवित्र अवसर पर प्रार्थना के मौलिक अधिकार के उल्लंघन की निंदा करता है। नेशनल कांफ्रेंस के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने प्रशासन के इस रवैये का कड़ा विरोध किया है। नेताओं ने कहा कि नमाज पढ़ना हर मुस्लिम का मौलिक अधिकार है। प्रशासन ने इसकी उल्लंघना की है तो निंदनीय है।
वहीं सूत्रों का कहना है कि नमाज अदा करने की आड़ में फारुख अब्दुल्ला ने वहां एक सभा बुलाई हुई थी। जिसे उन्हे संबोधित करना था। पुलिस को इस बारे में पता चल गया और उन्होंने डॉ. अब्दुल्ला को घर से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी। अब्दुल्ला ने कहा कि वह किसी राजनीतिक कार्यक्रम में नहीं बल्कि ईद की नमाज अदा करने के लिए दरगाह जाना चाहते हैं परंतु उनकी बात को अनसुना कर दिया गया। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भी डॉ. फारूक अब्दुल्ला को नमाज अदा करने से रोकने की सरकार की कार्रवाई का विरोध किया।
वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि, हमारी लड़ाई देश के खिलाफ नहीं बल्कि बीजेपी और उसकी विचारधारा के खिलाफ है। जो हम वापस चाहते हैं वह संविधान में लिखा गया था। हम अपनी लड़ाई में पीछे नहीं हटेंगे।
पश्चिम बंगाल में बीजेपी की वापसी के लिए RSS प्रचारक को बनाया गया नया महासचिव, विजयवर्गीय के कतरे पंख