पोस्ट पोल सर्वे: लोकसभा चुनाव में किसान नहीं बन पाए मुख्य मुद्दा, बीजेपी ने ऐसे पलटा खेल
नई
दिल्ली:
पिछले
साल
नवंबर
में
हजारों
किसानों
ने
कृषि
संकट
को
उजागर
करने,
फसलों
के
न्यूनतम
समर्थन
मूल्य,
लोन
माफी
और
सूखे
से
राहत
के
लिए
संसद
तक
मार्च
निकाला
था।
2018
में
इस
तरह
के
व्यापक
विरोध
प्रदर्शन
हुए
थे
और
कई
लोग
इसे
किसानों
के
अंसतोष
से
जोड़
से
देखकर
रहे
थे।
इस
लोकसभा
चुनाव
में
बीजेपी
के
लिए
परेशानी
के
तौर
पर
देखा
जा
रहा
था।
किसानों
का
एक
बड़ा
वोट
बैंक
है
और
वो
हर
चुनाव
में
बड़ी
भूमिका
निभाते
हैं।
बीजेपी
दूसरी
बार
प्रचंड
बहुमत
से
सत्ता
में
आई
है।
उसने
चुनाव
में
किसानों
के
मुद्दे
को
बेअसर
कर
दिया।
किसानों ने सीधे मु्द्दों पर वोट नहीं किया
द हिंदू की रिपोर्टे के अनुसार सीएसडीएस- लोकनीति पोस्ट पोल सर्वे में ये बात सामने आई कि ज्यादातर किसानों ने उन मुद्दों पर वोट नहीं दिया जो सीधे उनसे जुड़े थे। विकास के मुद्दे पर 15 फीसदी किसानों ने वोट दिया। किसानों के बीच बेरोजगारी दूसरा मुख्य मुद्दा रहा। 10 फीसदी इस मुद्दे पर बूथ पर गए। केवल 5 फीसदी किसानों ने खेती-किसानी से जुड़े मुद्दों पर वोट दिया। हालांकि चुनाव से पहले ये बड़े मुद्दे थे लेकिन विपक्ष इसे राजनीतिक मुद्दा बनाने में नाकाम रहा।
एनडीए सरकार से सतुंष्ट ज्यादातर किसान
सीएसडीएस- लोकनीति पोस्ट पोल सर्वे में ये बात सामने आई की 67 फीसदी किसान पीएम मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार से संतुष्ट दिखे। में 27 फीसदी किसानों ने कहा कि वे सरकार से पूरी तरह से संतुष्ट हैं जबकि 41 प्रतिशत ने कहा कि वे कुछ हद तक संतुष्ट हैं। कृषि को मुख्य पेशा बताने वाले वोटरों में से 39 फीसदी ने बीजेपी को 48 फीसदी ने एनडीए को वोट दिया। जबकि कांग्रेस को मात्र 20 फीसदी लोगों ने वोट दिया जबकि यूपीए को 26 फीसदी लोगों ने वोट दिया। वहीं ऊंची जाति के 52 फीसदी किसानों ने बीजेपी को और केवल 13 प्रतिशत ने कांग्रेस को वोट दिया।
बीजेपी को इस स्कीम का मिला फायदा
बीजेपी को चुनाव से पहले पीएम किसान योजना का बहुत फायदा मिला। इस योजना के तहत छोटे किसानों को साल में 6000 हजार रुपये सालाना दिए जाने हैं और हर चार महीने में इसकी किस्त सीधे उनके खातों में डाली जानी है। पीएम किसान योजना से फायदा पाने वाले और इसका श्रेय केंद्र को देने वाले किसानों में से करीब 56 फीसदी किसानों ने बीजेपी को वोट दिया। वहीं केवल 8 फीसदी लोगों ने कांग्रेस को वोट दिया। बालाकोट एयर स्ट्राइक पर 42 फीसदी किसानों ने बीजेपी को वोट दिया। वहीं केवल 17 फीसदी ने कांग्रेस को वोट दिया।
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