Farmers Protests: आंदोलन को 3 महीने पूरे, किसान कांग्रेस आज करेगी कृषि मंत्रालय का घेराव
नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन को आज 3 महीने पूरे हो गए हैं, इसलिए आज किसान कांग्रेस कृषि मंत्रालय का घेराव करेगी, इस बारे में जानकारी देते हुए किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सोलंकी ने कहा कि हम कृषि मंत्रालय का घेराव कर किसानों के अधिकारों की मांग करेंगे और थाली बजाकर अपना विरोध जताएंगे, नया कृषि कानून पूरी तरह किसान विरोधी है और सरकार को इसे रद्द करना ही होगा।
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साथ ही सोलंकी ने ये भी कहा कि अभी तक 215 किसानों ने अपनी जान गंवा दी है, हमने मोदी सरकार से एक-एक करोड़ रूपये मुआवजे की मांग की गई है लेकिन सरकार ने कान में जूं नहीं रेंग रही, वो हर बात को अनुसनी कर देती है लेकिन किसान कांग्रेस पूरी तरह से किसानों के साथ थी, है और रहेगी, हम पीछे नहीं हटेंगे। जहां किसान कांग्रेस ये बात क,ह रही है, वहीं दूसरी ओर सरकारने फिर दोहराया है कि किसी भी वक्त किसानों से बातचीत के लिए तैयार है लेकिन किसान जिद पर अड़े हैं।
संसद का घेराव चार लाख की जगह 40 लाख ट्रैक्टरों से होगा
आपको बता दें कि इससे पहले किसान नेता राकेश टिकैत राजस्थान के सीकर में संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत में किसानों को फिर से ट्रैक्टर मार्च के लिए तैयार रहने को कहा था। उन्होंने कहा था कि अगर केंद्र सरकार तीनों नए कृषि कानूनों को निरस्त नहीं करती है, तो प्रदर्शनकारी किसान संसद का घेराव करेंगे। किसान इसके लिए पूरी तरह से तैयार रहें, उन्हें किसी भी वक्त इससे संबंधित निर्देश दिए जा सकते हैंस इस बार संसद का घेराव चार लाख की जगह 40 लाख ट्रैक्टरों से होगा।
पीएम मोदी ने की थी किसानों से अपील
जबकि पीएम मोदी ने राज्यसभा से किसानों से अपील की थी कि वो अपना आंदोलन खत्म कर दें और जो भी समस्या है, उसका मिलजुल समाधान निकाला जा सकता है। हालांकि उन्होंने अपने संबोधन में कुछ लोगों पर निशाना साधते हुए कहा था कि कृषि कानून के नाम पर भ्रम फैलाया गया है और पिछले कुछ वक्त से इस देश में 'आंदोलनजीवियों' की एक नई जमात पैदा हुई है जो आंदोलन के बिना जी नहीं सकती।
'आंदोलनजीवी' शब्द पर भड़के थे टिकैत
पीएम मोदी की ओर से 'आंदोलनजीवी' शब्द का इस्तेमाल करने पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत को गुस्सा आ गया था, उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बयान दिया था कि पीएम मोदी ने जो 'आंदोलनजीवी' कहा है। ये जानकर दुख हुआ, अरे हम आंदोलन करते हैं, हम जुमलेबाज तो नहीं हैं। MSP पर कानून बनना चाहिए वो नहीं बन रहा। तीनो काले कानून खत्म नहीं हो रहे हैं। प्रधानमंत्री जी ने 2011 में कहा था कि देश में MSP पर कानून बनेगा, यह जुमलेबाजी थी, हम तो शांति से प्रदर्शन कर रहे हैं और हमारा आंदोलन तब तक चलेगा, जब तक कृषि कानून रद्द नहीं होता है।
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