'जेपी नड्डा कौन हैं?' किसानों पर सवाल करने को लेकर राहुल का बीजेपी अध्यक्ष पर पलटवार
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार के कृषि कानूनों पर मंगलवार को एक बुकलेट जारी की है। जिसमें नए कृषि कानूनों से नुकसान के बारे में जानकारी दी गई है। कांग्रेस ने 'खेती का खून तीन काले कानून' नाम से ये बुकलेट जारी की है। दिल्ली कांग्रेस कार्यालय में बुकलेट जारी करने के बाद प्रेस वार्ता में राहुल गांधी ने कहा कि नए कृषि कानून सिर्फ किसान नहीं पूरे देश के लिए खतरनाक हैं। ये सिर्फ आज नहीं बल्कि भविष्य को भी खत्म करने वाले हैं। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा पर भी इस दौरान उन्होंने निशाना साधा।
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राहुल ने कहा, हर इंडस्ट्री में चार-पांच लोगों का एकाधिकार बढ़ रहा है, मतलब इस देश के चार-पांच नए मालिक हैं। आज तक खेती में एकाधिकार नहीं हुआ। नरेंद्र मोदी चार-पांच लोगों के हाथों में खेती का पूरा ढांचा दे रहे हैं। राहुल ने कहा, आज देश में त्रासदी ये है कि सरकार देश की समस्या पर बात नहीं कर रही है। किसानों से जुड़े ये बिल सिर्फ किसान ही नहीं युवाओं के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह वर्तमान के बारे में नहीं बल्कि आपके भविष्य के बारे में है। राहुल ने कहा कि ये तीन कानून एक प्रक्रिया है, ये सरकार यहां रूकने वाली नहीं है। इनका लक्ष्य हिन्दुस्तान के किसान को खत्म करना और पूरा कृषि का सिस्टम अपने तीन-चार मित्रों को देना है।
राहुल ने कहा कि ये सरकार किसानों को सुनना नहीं चाहती है। सरकार सिर्फ किसानों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार किसानों से बात करने के लिए कह रही है लेकिन इसको लेकर ईमानदार नहीं है। सरकार मामले में कोर्ट को घसीटती जा रही है। वो किसानों को थकाने की रणनीति अपना रही है।
राहुल गांधी ने जेपी नड्डा ने उनको किसानों को बरगलाने वाला कहने पर कहा, मुझे बताइए कि जेपी नड्डा हैं कौन? मैं जेपी नड्डा के सवालों का जवाब नहीं दूंगा, सिर्फ किसानों और देश के सवालों का जवाब दूंगा। मुझे किसानों को अपने बारे में बताने या सफाई देने की जरूरत नहीं है। मैं भट्टा परसोल में भी किसानों के साथ था और भूमि अधिग्रहण कानून के समय भी। जेपी नड्डा और नरेंद्र मोदी बताएं कि वो कहां थे।
राहुल गांधी ने चीन को लेकर कहा कि चीन हिन्दुस्तान की कमजोरी को देख रहा है, चीन के पास स्ट्रेटेजिक विज़न है वो दुनिया को शेप करना चाहता है। हिन्दुस्तान के पास स्ट्रेटेजिक विज़न नहीं है। चीन ने हिन्दुस्तान को डोकलाम और लद्दाख में टेस्ट किया, अगर चीन को साफ संदेश नहीं दिया तो चीन इसका फायदा उठाएगा।
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