Video:मोदी सरकार पर हमलावर हुईं प्रियंका गांधी, नाम तो किसान कानून है लेकिन.....
नई दिल्ली- कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज एक एडिटेड वीडियो जारी करके किसानों के प्रदर्शन को लेकर मोदी सरकार पर हमला किया है। उन्होंने कहा है कि नाम तो किसान कानून है, लेकिन इसके जरिए सरकार सारा फायदा अपने अरबपति दोस्तों को दिलाना चाहती है। उनका कहना है कि किसानों के लिए कोई कानून किसानों की राय जाने बिना कैसे बनाया जा सकता है। इसलिए, सबको मिलकर इसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए और सरकार को किसानों की बातें सुननी ही होगी।
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यूपी में कांग्रेस की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी ने आज एकबार फिर से ट्विटर के जरिए किसान आंदोलन के मुद्दे पर मोदी सरकार पर हमले की कोशिश की है। उन्होंने एक एडिटेड वीडियो शेयर किया है, जिसमें यह बात उठाई गई है कि देश में जिन अन्नदाताओं की बदौलत जनता की पेट की भूख मिटती है, उसकी आवाज क्यों नहीं सुनी जा रही है। उन्होंने वीडियो जारी करते हुए ट्वीट में लिखा है, "नाम किसान कानून.... लेकिन सारा फायदा अरबपति मित्रों का..... किसान कानून बिना किसानों से बात किए कैसे बन सकते हैं? उनमें किसानों के हितों की अनदेखी कैसे की जा सकती है? सरकार को किसानों की बात सुननी होगी। आइए मिलकर किसानों के समर्थन में आवाज उठाएं।"
उधर, देव दीपावली के मौके पर आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से कृषि कानूनों के फायदे गिनाए हैं और कहा है कि किसान इसके खिलाफ उड़ाई जा रही अफवाहों के जाल में ना फंसें। पीएम मोदी ने कहा है कि नए कृषि कानून से किसानों को अधिकार मिला है, उन्हें नए विकल्प मिले हैं और उन्हें कानूनी सुरक्षा भी मिली है। पीएम मोदी ने भरोसा दिया है कि इसके लाभ आने वाले दिनों में अनुभव होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि, 'भारतीय कृषि उत्पाद पूरे विश्व में मशहूर हैं। क्या भारतीय किसानों की इस बड़े बाजार और ऊंची कीमतों तक पहुंच नहीं होनी चाहिए? क्या किसानों को अपने उत्पाद सीधे उन्हें बेचने का अधिकार नहीं मिलना चाहिए, जो उन्हें ज्यादा अच्छी कीमत और सुविधाएं दें। अगर कोई पुराने तरीके से ही कारोबार करना चाहता है तो उसे बंद कहां किया गया है?'
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा है कि अब एक नया ट्रेंड चल पड़ा है कि सिर्फ विरोध के लिए अफवाहें फैलाई जा रही हैं। सही फैसले के खिलाफ भी प्रोपेगेंडा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आम चुनाव से पहले यह भी अफवाहें उड़ाई गई थीं कि किसानों को 2,000 रुपये सिर्फ चुनाव तक ही दिए जाएंगे उसके बाद ब्याज समेत वसूला जाएगा। लेकिन, किसानों तक 1 लाख करोड़ रुपये पहुंच चुके हैं और यह लगातार जारी है।