Farmers Protest: कल और 9 अगस्त को महिलाओं के हाथ में होगी 'किसान संसद' की कमान
नई दिल्ली, 25 जुलाई। संसद के मानसून सत्र के साथ दिल्ली के जंतर-मंतर में 'किसानों की संसद' भी जारी है। रोजाना 200 की संख्या में किसान कृषि कानूनों के खिलाफ जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, इसमें महिला, बुजुर्ग और युवा किसान भी बढ़ चढ़कर भाग ले रहे हैं। रविवार को किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया कि कल यानी 26 जुलाई और 9 अगस्त को जंतर-मंतर पर 'महिला संसद' चलेगी। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैत ने कहा कि 200 महिलाएं कल किसान संसद चलाएंगी।
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राकेश टिकैत ने आगे कहा, विपक्षी दलों से भी गुजारिश की है कि संसद से वॉक आउट ना करके वहां जनता की आवाज को उठाएं। चाहे किसान आंदोलन का मुद्दा हो या जनता के अन्य कोई मुद्दे, विपक्षी दल इस बार संपूर्ण रूप से पार्लियामेंट में लगे हुए हैं। विपक्ष, सत्ता पक्ष का मजबूती से विरोध कर रहा है, किसान संसद चलाना जानता है। जो लोग (नेता) किसानों की बात नहीं करेंगे, जब वो अपने क्षेत्र में जाएंगे तो किसान और वहां की जनता उनका विरोध करेगी। अगर हमारी और जनता की आवाज नहीं उठाई गई तो विपक्ष का भी विरोध किया जाएगा।
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सरकारों
को
सबक
सिखाना
जानता
है
किसान
शनिवार
को
दिए
अपने
एक
बयान
में
किसान
नेता
राकेश
टिकैत
ने
सरकार
पर
हमला
बोला
था।
उन्होंने
कहा,
कि
सरकार
किसान
को
कमजोर
ना
समझे,
अगर
किसान
की
अनदेखी
होती
है
तो
किसान
सबक
सिखाना
भी
जानता
है।
उन्होंने
ये
भी
कहा
कि
आंदोलन
को
खत्म
करने
का
कोई
सवाल
ही
नहीं
है,
आंदोलन
चलता
रहेगा।
किसान
संसद
से
किसानों
ने
गूंगी-बहरी
सरकार
को
जगाने
का
काम
किया
है।
किसान
संसद
चलाना
भी
जानता
है
और
अनदेखी
करने
वालों
को
गांव
में
सबक
सिखाना
भी
जानता
है।