Farmers protest:खट्टर और दुष्यंत चौटाला आज अमित शाह से करेंगे मुलाकात, JJP ने सभी विधायकों को दिल्ली बुलाया
Farmers protest:किसान आंदोलन के मद्देनजर हरियाणा सरकार बचाए रखने को लेकर सत्ताधारी गठबंधन में गतिविधियां तेज हो गई हैं। खासकर रविवार को करनाल के एक गांव में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के किसान महापंचायत में कथित प्रदर्शनकारी किसानों ने जिस तरह से बवाल काटा था, उससे सत्ताधारी गठबंधन का तनाव बढ़ गया है। दोनों पार्टियां प्रदेश की राजनीतिक हालात पर मंथन तेज कर चुकी हैं और इसी सिलसिले में सीएम खट्टर और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से आज मुलाकात कर रहे हैं।
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गृहमंत्री अमित शाह के साथ हरियाणा के दोनों नेताओं की यह मुलाकात आज ही नई दिल्ली में होनी है। लेकिन, उससे पहले दुष्यंत चौटाला दिल्ली स्थित अपने फार्महाउस पर अपनी जननायक जनता पार्टी के विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं। इसके लिए जेजेपी ने अपने सभी विधायकों को दिल्ली तलब किया है। माना जा रहा है कि ये सारी राजनीतिक कवायद गठबंधन के विधायकों को एकजुट रखने की कोशिश है, ताकि करीब डेढ़ महीने से जारी किसान आंदोलन की वजह से विरोधी इसका किसी तरह से नाजायज फायदा ना उठा सकें।
भाजपा और जेजेपी नेताओं के बीच होने वाली ये मैराथन बैठकें इसलिए भी अहम हैं, क्योंकि सोमवार को ही हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दावा किया था कि सत्ताधारी गठबंधन के कई विधायक सरकार का साथ छोड़ने के लिए तैयार हैं।
90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में भाजपा के पास 40 और जेजेपी के पास 10 विधायक हैं। 7 में से 5 निर्दलीय विधायक भी खट्टर सरकार को समर्थन दे रहे हैं। किसान आंदोलन की वजह से राज्य में सत्ताधारी गठबंधन के विधायकों को गांवों में सभा करने में बहुत ही मुश्किल हो रही है, क्योंकि उन्हें काले झंडे दिखाए जाते हैं, उनके वाहनों का पीछा किया जाता है, हेलीपैड तोड़े जा चुके हैं, मंच को नुकसान पहुंचाया जा चुका है। रविवार को जिस तरह से मुख्यमंत्री की सभा रद्द करनी पड़ी थी, उससे सरकार की चिंता और बढ़ चुकी है, क्योंकि इसके लिए काफी इंताजाम किए गए थे।
जानकारी के मुताबिक आज की मुलाकात में राज्य में हुई हाल की घटनाओं के बारे में सीएम और डिप्टी सीएम केंद्रीय गृहमंत्री को अवगत करवाएंगे। इनके अलावा इस बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश धनकड़, शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुज्जर और जेजेपी के प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह के भी मौजूद रहने की संभावना है। इससे पहले खट्टर ने सरकार को समर्थन दे रहे पांचों निर्दलीय विधायकों से प्रदेश के ऊर्जा मंत्री रंजीत चौटाला के घर पर मुलाकात की, जो खुद भी एक निर्दलीय एमएलए हैं।
इसबीच आईएनएलडी नेता अभय चौटाला ने राज्य विधानसभा अध्यक्ष को सोमवार को एक खत भेजा है, जिसमें कहा गया है कि अगर 26 जनवरी तक सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती तो इस खत को विधानसभा से इस्तीफा उनका मान लिया जाए। अभय चौटाला अपनी पार्टी के अकेले विधायक हैं। माना जा रहा है कि इस सियासी चाल से दुष्यंत पर दबाव और बढ़ चुका है, क्योंकि वह खुद को एक किसान नेता के तौर पर प्रोजेक्ट कर रहे हैं, लेकिन अभी किसान इन कानूनों को लेकर सरकार का विरोध कर रहे हैं।
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