Farmers Protest: गाजीपुर, सिंघु, टिकरी बॉर्डर पर इंटरनेट बैन 2 फरवरी तक बढ़ाया गया
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने राजधानी दिल्ली के गाजीपुर, सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर इंटरनेट सेवाओं पर लगी रोक को मंगलवार रात (2 फरवरी) तक के लिए बढ़ा दिया है। गृह मंत्रालय ने इस संबंध में आज सुबह ये आदेश जारी किया है। गृह मंत्रालय ने दिल्ली के सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर 29 जनवरी से ही इंटरनेट को बंद कर रखा है। दिल्ली के इन तीनों बॉर्डर पर हजारों किसान बीते दो महीने से ज्यादा वक्त से केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ धरने पर बैठे हैं।
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केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 29 जनवरी को सिंघु, गाजीपुर, टीकरी बॉर्डर और आस-पास के इलाकों में सुरक्षा का हलावा देते हुए 31 जनवरी की रात तक के लिए इंटरनेट सावाओं पर अस्थायी रोक लगाई थी। ये रोक कल रात खत्म हो गई। जिसके बाद आज गृह मंत्रालय ने इन स्थानों पर इंटरनेट पर लगाई गई अस्थायी रोक को 2 फरवरी की रात 11 बजे तक के लिए बढ़ा दिया है।
नेट पर रोक को लेकर धरनों का नेतृत्व कर रहे किसान संगठनों ने नाराजगी जताई है और इसे जनता तक आवाज पहुंचाने का किसानों का हथियार छीनने की एक रणनीति कहा है। किसान नेताओं का कहना है कि कभी इंटरनेट, कभी पानी तो कभी बिजली बंद कर सरकार आंदोलनकारियों का हौसलाम तोड़ने की कोशिश कर रही है। बता दें कि दिल्ली बॉर्डर पर इन धरनास्थलों के अलावा हरियाणा में भी ज्यादातर जगहों पर इंटरनेट बीते तीन-तार दिन से बंद हैं। हरियाणा सरकार ने ज्यादातर जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी लगा रखी है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार बीते साल तीन नए कृषि कानून लेकर आई है, जिनमें सरकारी मंडियों के बाहर खरीद, अनुबंध खेती को मंजूरी देने और कई अनाजों और दालों की भंडार सीमा खत्म करने जैसे प्रावधान किए गए हैं। इसको लेकर किसानबीते साल जून के महीने से लगातार आंदोलनरत हैं और इन कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। बीते साल 26 नवंबर से किसान दिल्ली की सीमाओं- सिंघु बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर पर धरने पर बैठे हुए हैं।