आंदोलन के 100 दिन: चक्का जाम के बाद किसानों ने खुद हटाया बैरिकेड, नोएडा में शुरू हुआ ट्रैफिक
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन को आज 100 दिन पूरे हो चुके हैं। नवंबर, 2020 के आखिरी सप्ताह में शुरू हुआ ये आंदोलन फिलहाल खत्म होता नहीं दिखाई दे रहा है। किसान आंदोलन के 100वें दिन किसानों यूनियनों ने सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक देशभर में चक्काजाम का आह्वान किया था, इसी क्रम मेंगौतम बुद्ध नगर के ईस्टर्न पेरीफेरेल एक्सप्रेस-वे पर यातायात को भी बंद रखा गया था, हालांकि अब ट्रैफिक का आवागमन फिर से शुरू हो गया है। सामने आई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि आंदोलन कारी किसान खुद रास्ता खोलने में पुलिस की सहायता कर रहे हैं।
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गौरतलब है कि आज से 100 दिन पहले किसानों ने केंद्र सरकार के तीन कृषि बिल के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में दिल्ली के बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन शुरू किया था। किसानों ने आज के दिन को काला दिन घोषित किया है। किसानों ने शनिवार को एक्सप्रेसवे नाकाबंदी के अलावा दादरी, ग्रेटर नोएडा, डासना, दुहाई, बागपत पर भी चक्का जाम किया। सभी किसान काला पट्टी बांधकर सरकार के कृषि कानून का विरोध किया। शनिवार को ईस्टर्न पेरीफेरेल एक्सप्रेस-वे पर लंबा जाम लग गया, लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।
— ANI UP (@ANINewsUP) March 6, 2021 '>
किसानों के चक्का जाम को देखते हुए 8 जगहों पर रूट डायवर्ट किया था। पुलिस ने केएमपी-केजीपी एक्सप्रेसवे पर नाकाबंदी के ऐलान के बाद सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रखने की पूरी तैयारी की थी। पुलिस ने बताया था कि धरना स्थल पर पुलिस के अलावा आरएएफ और अर्ध सैनिक बल भी तैनात रहेंगे। वहीं दंगारोधी चीजों के साथ जिला पुलिस भी मौजूद रहेगी। पुलिस इन सभी धरना स्थलों की वीडियोग्राफी भी करवाएगी। बाबरी मोड़, दिल्ली गेट, नेशनल हाइवे पर दुधौला मोड़, आगरा चौक, रहराना मोड़ और केएमपी-केजीपी के एक्सचेंज प्वाइंट से रूट डायवर्ट किया था।
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