किसान आंदोलन को लेकर दिल्ली मेट्रो में बांटे पर्चे, CISF ने ट्रेन से उतारा
नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो के भीतर सोमवार को कुछ लोगों ने किसान आंदोलन को लेकर पर्चे बांटे। इन लोगों ने लोगों को आंदोलन के बारे में बताने की भी कोशिश की। सीआईएसएफ ने बताया है कि राजीव चौक और साकेत मेट्रो स्टेशनों पर कुछ लोगों ने ट्रेन के अंदर किसान आंदोलन के बारे में यात्रियों को पैंपलेट बांटने और उन्हें इस बारे में बताना चाहा। सीआईएसएफ ने उनको ट्रेन से उतार दिया। दिल्ली पुलिस को भी मामले की सूचना दी गई है।
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देशभर के किसान दिल्ली की सीमाओं पर दो महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी को लेकर किसानों ने 26 जनवरी को एक बड़ी ट्रैक्टर परेड के आयोजन का भी ऐलान किया है। जिसके लिए देशभर से लाखों ट्रैक्टर दिल्ली पहुंच रहे हैं। बता दें कि केंद्र सरकार बीते साल तीन नए कृषि कानून लेकर आई है, जिनमें सरकारी मंडियों के बाहर खरीद, अनुबंध खेती को मंजूरी देने और कई अनाजों और दालों की भंडार सीमा खत्म करने जैसे प्रावधान किए गए हैं। इसको लेकर किसान जून के महीने से लगातार आंदोलनरत हैं और इन कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। किसानों को कहना है कि ये कानून मंडी सिस्टम और पूरी खेती को प्राइवेट हाथों में सौंप देंगे, जिससे किसान को भारी नुकसान उठाना होगा।
किसानों का आंदोलन जून से नवंबर तक मुख्य रूप से हरियाणा और पंजाब में था। सरकार के प्रदर्शन पर ध्यान ना देने पर 26 नवंबर को किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान किया। इसके बाद बीते दो महीने से किसान दिल्ली और हरियाणा को जोड़ने वाले सिंधु बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं। टिकरी, गाजीपुर और दिल्ली के दूसरे बॉर्डर पर भी किसान जमा हैं। दिल्ली बॉर्डर में किसानों के आने के बाद सरकार और किसान नेताओं में 11 दौर की बातचीत हो चुकी है। हालांकि अभी तक बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकला है।