CM केजरीवाल ने दिशा रवि की गिरफ्तारी को बताया लोकतंत्र पर हमला, पूछा- क्या किसानों का समर्थन है अपराध?
Arvind Kejriwal on Disha Ravi: किसानों का आंदोलन पिछले 82 दिनों से जारी है। बीते गणतंत्र दिवस पर किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली थी। उस दौरान राजधानी दिल्ली में जमकर हिंसा हुई। इसके बाद रिहाना, एनवायरमेंट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग, मिया खलिफा समेत कई हस्तियों ने इस आंदोलन का समर्थन किया। इसी बीच ग्रेटा ने गलती से आंदोलन से जुड़ा एक टूटकिट शेयर कर दिया था, हालांकि बाद में उसे उन्होंने डिलीट कर दिया। दिल्ली पुलिस इस टूटकिट को हिंसा भड़काने वाला मान रही है। साथ ही इसमें शामिल लोगों की गिरफ्तारी का भी सिलसिला शुरू हो गया है।
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दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने 13 फरवरी को क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को गिरफ्तार किया था। उनके ऊपर खालिस्तान मूवमेंट को बढ़ावा देने का आरोप लगा। हालांकि इस गिरफ्तारी पर अब सियासत शुरू हो गई है। सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि 21 साल की लड़की दिशा रवि की गिरफ्तारी भारतीय लोकतंत्र पर हमला है। क्या इस देश में किसानों का समर्थन करना अपराध है।
क्या
कह
रही
दिल्ली
पुलिस?
दिशा
रवि
की
गिरफ्तारी
के
बाद
रविवार
को
दिल्ली
पुलिस
ने
एक
प्रेस
कॉन्फ्रेंस
की
थी।
पुलिस
के
मुताबिक
इस
टूलकिट
मामले
के
जरिए
भारत
में
खालिस्तानी
मूवमेंट
को
फिर
से
जिंदा
करने
की
कोशिश
की
गई।
इसके
अलावा
उनको
दिशा
के
खालिस्तान
समर्थक
पॉइटिक
जस्टिस
फाउंडेशन
के
साथ
देश
विरोधी
प्रचार
करने
की
जानकारी
मिली
थी।
जिस
वजह
से
दिशा
ने
टूलकिट
का
गूगल
डॉक्यूमेंट
बनाया
और
उसे
वायरल
किया।
वैसे
दिशा
का
कहना
है
कि
उन्होंने
टूलकिट
की
दो
लाइनों
को
ही
एडिट
किया
है,
जबकि
पुलिस
का
मानना
है
कि
कई
बार
इसे
एडिट
किया
गया।
क्या
है
टूलकिट?
टूलकिट
का
इस्तेमाल
आमतौर
पर
किसी
भी
आंदोलन
को
आगे
बढ़ाने
के
लिए
होता
है
यानी
आप
इसे
आंदोलन
का
अहम
हिस्सा
मान
सकते
हैं।
पहले
तो
दिवारों
पर
पोस्टर
लगाकर
या
पर्चे
बांटकर
लोगों
को
आंदोलन
की
जानकारी
दी
जाती
थी,
लेकिन
अब
हालात
बदल
गए
हैं।
अब
सोशल
मीडिया
के
जरिए
सभी
जानकारियों
को
साझा
किया
जाता
है।
टूलकिट
में
बताया
जाता
है
कि
आप
आंदोलन
के
समर्थन
में
क्या
लिख
सकते
हैं,
कौन
से
हैशटैग
इस्तेमाल
होंगे।
किस
वक्त
कैसा
ट्वीट
करने
से
आंदोलन
को
फायदा
होगा।
इस
टूलकिट
का
इस्तेमाल
आंदोलनकारी
ही
नहीं
बल्कि
राजनीतिक
पार्टियां
और
सामाजिक
संगठन
भी
करते
हैं।