टूलकिट मामला: दिशा रवि के समर्थन में प्रियंका गांधी का ट्वीट, लिखा- डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से
Priyanka Gandhi On Disha Ravi: दिल्ली में किसानों का आंदोलन पिछले 82 दिनों से जारी है। कृषि कानून को वापस लेने और एमएसपी पर कानून बनाने की मांग को लेकर किसान अड़े हुए हैं। ऐसे में आंदोलन के दौरान सामने आए टूलकिट मामले में दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने 13 फरवरी को क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को गिरफ्तार किया था। उन पर खालिस्तान मूवमेंट को बढ़ावा देने का आरोप लगा है। दिशा की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में सियासत भी शुरू हो गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस मामले पर ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है।
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टूलकिट मामले में गिरफ्तार की गई 21 साल की एक्टिविस्ट दिशा रवि के समर्थन में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शायराना अंदाज में सरकार पर तंज कसते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि 'डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से, फैले हैं हिम्मत के उजाले एक निहत्थी लड़की से'।
डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 15, 2021
फैले हैं हिम्मत के उजाले एक निहत्थी लड़की से#ReleaseDishaRavi #DishaRavi#IndiaBeingSilenced
वहीं इससे पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि 21 साल की लड़की दिशा रवि की गिरफ्तारी भारतीय लोकतंत्र पर हमला है। क्या इस देश में किसानों का समर्थन करना अपराध है।
दरअसल, बीते गणतंत्र दिवस पर किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली थी। उस दौरान राजधानी दिल्ली में जमकर बवाल हुआ था। इसके बाद इंटरनेशनल पॉप सिंगर रिहाना, एनवायरमेंट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग, मिया खलिफा समेत कई हस्तियों ने किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया। इसी बीच ग्रेटा ने गलती से आंदोलन से जुड़ा एक टूटकिट शेयर कर दिया था, जिसको बाद में डिलीट कर दिया। दिल्ली पुलिस इस टूटकिट को हिंसा भड़काने वाला मान रही है।
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वहीं दिशा रवि की गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पुलिस के अनुसार इस टूलकिट मामले के जरिए भारत में खालिस्तानी मूवमेंट को फिर से जिंदा करने की कोशिश की गई। इसके अलावा उनको दिशा के खालिस्तान समर्थक पॉइटिक जस्टिस फाउंडेशन के साथ देश विरोधी प्रचार करने की जानकारी भी मिली थी।
क्या है टूलकिट
इन दिनों टूलकिट चर्चा का विषय बना हुआ है। आमतौर पर टूलकिट को आंदोलन का आगे बढ़ाने वाला दस्तावेज कहा जाता है। किसान आंदोलन से जुड़े टूलकिट में सभी जानकारियां थी, जैसे- कब किसे ट्वीट करना है, कब ट्वीट करने से ज्यादा प्रभाव पड़ेगा। इसके अलावा किन-किन हस्तियों से आंदोलन को समर्थन दिलवाना है। दिल्ली पुलिस का मानना है कि लालकिला हिंसा में इस टूलकिट का बड़ा रोल था।