Farmers Protest: दिल्ली बॉडर पर आंदोलनकारी एक और किसान की हुई मौत, पंजाब के सीएम ने की ये घोषणा
Farmers Protest: दिल्ली बॉडर पर आंदोलनकारी एक और किसान की हुई मौत
नई दिल्ली। केन्द्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानून के विरोध में दिल्ली के बॉडर पर आंदोलन कर रहे किसान भयंकर ठंड में भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। ये किसान अपने साथ छह महीने का राशन और रुकने के सारे इंतजाम के साथ आए है। वहीं बुधवार की देर आंदोलन कर रहे एक और पंजाब के किसान ने दम तोड़ दिया। गुरजंत सिंह की उम्र महज 60 वर्ष थी उनका निधन बहादुरगढ बॉर्डर पर प्रदर्शन के दौरान हुआ। इससे पहले भी कृषि कानून का दिल्ली बॉडर पर विरोध कर रहे किसान गुरुभाष की भी मौत हो चुकी है। किसानों की लगातार मौत के बावजूद किसानों का ये आंदोलन बादस्तूर जारी है।
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किसानों
की
मौत
पर
पंजाब
के
मुख्यमंत्री
कैप्टन
अमरिंदर
सिंह
ने
शोक
जताते
हुए
दिवंगत
किसानों
के
परिवार
को
आर्थिक
और
अन्य
सहायता
देने
का
आश्वासन
दिया
है।
सीएम
ने
कहा
दिल्ली
में
प्रदर्शन
कर
रहे
मनसा
और
मोगा
के
किसानों
गुरजंत
सिंह
और
गुरबचन
सिंह
की
मौत
पर
गहरा
दुख
हुआ।
हम
उनके
परिवार
की
हर
संभव
मदद
करेंगे।
झांझर
पुलिस
सुप्रीटेडेन्ट
राजेश
दुग्गल
ने
बताया
कि
गुरुजंत
की
सीने
में
दर्द
और
उंलटी
की
शिकायत
हुई
बहादुरगढ़
के
जरनल
हॉस्टिपटल
में
भर्ती
करवाया
गया
था
तबियत
बिगड़ने
पर
उन्हें
रोहतक
केपीजीआरईएमएस
रेफर
किया
गया
लेकिन
वहा
आधी
रात
को
उन्होंने
दम
तोड़
दिया
पुलिस
ने
बताया
कि
सिम्टम
तो
सारे
हार्ट
अटैक
के
थे
लेकिन
अभी
पोस्टमार्टम
होने
की
बाद
ही
इसकी
पुष्टि
की
जाएगी
कि
आखिर
मौत
का
कारण
क्या
था।
अब तक 4 किसानों की हो चुकी है मौत
रिपोर्ट के अनुसार आंदोलन कर रहे किसानों में ये चौथे किसान है जिनकी धरने के दौरान मौत हुई है। 27 नवंबर को 45 वर्षीय धाना सिंह कि भीवारी में रोड एक्सीडेन्ट में मौत हो गई। इससे पहले 55 वर्षीय जनक राज ट्रेक्टर रेपयर हेल्पर की टीकरी बॉडर पर दुर्घटना में मौत हो गई। अब इसके बाद 55 वर्षीय गज्जन सिंह, 60 वर्षीय गुरजंत सिंह की टीकरी बॉडर पर मौत हो गई।
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