Agriculture Bill: कृषि विधेयक को लेकर हरियाणा-पंजाब में किसानों का विरोध प्रदर्शन, देखें तस्वीरें
नई दिल्ली: कई राजनीतिक पार्टियों और किसान संगठनों के विरोध के बावजूद रविवार को मोदी सरकार ने कृषि संबंधित तीन विधयकों को राज्यसभा में पेश किया। इसके बाद ध्वनि मत से इसे पास भी करवा लिया गया। इस बिल के दोनों सदनों में पास होने के बाद अब राष्ट्रपति इस पर हस्ताक्षर करेंगे, जिसके बाद ये नए नियम पूरे देश में लागू हो जाएंगे। हालांकि कई राज्यों में इस बिल को लेकर प्रदर्शन का सिलसिला जारी है।
हरियाणा में किसानों का जक्का जाम
उत्तर भारत के दो कृषि प्रधान राज्य हरियाणा और पंजाब में इस बिल का ज्यादा विरोध देखने को मिल रहा है। रविवार दोपहर बड़ी संख्या में किसान हरियाणा के सिरसा में सड़कों पर उतर गए। इस दौरान उन्होंने सड़क मार्ग को ब्लॉक कर दिया। साथ ही मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं दूसरी ओर अंबाला में भी 16-17 किसान संगठन इस बिल के खिलाफ एक हो गए हैं और जक्का जाम किया है। जिस वजह से अंबाला पुलिस ने हाईवे और आसपास के संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त फोर्स तैनात की है। वहीं अंबाला में सादोपुर बॉर्डर पर पुलिस को प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा। सोनीपथ में भी दर्जनों किसान सड़क पर बैठे नजर आए।
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पंजाब में ट्रैक्टर रैली
पंजाब में किसानों की संख्या बहुत ज्यादा है, जिस वजह से वहां पर इस बिल का ज्यादा विरोध देखने को मिल रहा है। डेढ़ साल बाद राज्य में विधानसभा चुनाव भी हैं, ऐसे में बीजेपी की विरोधी पार्टियां प्रदर्शनकारी किसानों का समर्थन भी कर रही हैं। रविवार सुबह ही जीराकपुर में पंजाब यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता और किसान दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे पर आ गए। इस दौरान उन्होंने दिल्ली के लिए ट्रैक्टर रैली निकाली। इसके अलावा प्रदर्शनकारी दिल्ली-अंबाला-चंडीगढ़ हाईवे को ब्लॉक करना चाहते हैं। पंजाब के कई अन्य जिलों में भी प्रदर्शन का सिलसिला जारी है।
दिल्ली में हाईअलर्ट
दिल्ली में संसद का मानसून सत्र चल रहा है। ऐसे में किसान अब सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए दिल्ली कूच कर रहे हैं। जिसको देखते हुए दिल्ली पुलिस भी सतर्क हो गई है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक प्रदर्शन के लिए पड़ोसी राज्यों से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली आ सकते हैं। इसके लिए अशोक नगर-गाजीपुर क्षेत्र और दिल्ली हरियाणा सीमा पर बड़ी संख्या में जवानों को तैनात कर दिया गया है। साथ ही संसद भवन के आसपास भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
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