किसानों ने ठुकराई सरकार की 'चाय', बोले-हमारे लंगर में चलिए जलेबी छान कर खिलाएंगे
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं के बीच मंगलवार को विज्ञान भवन में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ बैठक हुई। किसान नेताओं और सरकार के बीच हुई बैठक बेनतीजा रही। किसानों और सरकार के कमेटी के प्रस्ताव को किसानों ने ठुकरा दिया। परसों एक बार फिर किसान और सरकार के बीच बातचीत होगी। एमएसपी पर प्रजेंटेशन के बाद मंत्रियों और अधिकारियों ने बैठक में टी ब्रेक लिया।
10 मिनट के टी ब्रेक में जब कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान नेताओं से कहा कि, चलिए चाय पी ली जाए, तभी एक किसान ने खड़े होकर कहा कि,आप चाय क्या पिलाएँगे, हमारे लंगर (सिंघु बॉर्डर) में चलिए जलेबी छान कर खिलाएँगे। किसानों ने मंत्रियों की ओर से दिए गए चाय के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। इस बैठक के बाद किसान नेता बाहर निकल आए। बताया जा रहा है कि, किसान सरकार के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं।
इससे पहले विज्ञान भवन में किसानों के साथ बैठक में एपीएमसी एक्ट और एमएसपी पर सरकार की तरफ से प्रेजेंटेशन दी गई। सरकार किसानों को एमएसपी पर समझाने की कोशिश कर रही है। बैठक के बाद कृषि मंत्री ने कहा, 'आज किसान यूनियन के नेता आए थे, तीसरे दौर की वार्ता सम्पन्न हुई। आज की वार्ता काफी सफल रही, परसों चौथे चरण की वार्ता होगी। परसों किसान अपने मुद्दे लेकर आएंगे और उन पर बिंदुवार चर्चा होगी।
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि, हमारा कहना था कि एक छोटा ग्रुप बने लेकिन किसानों ने कहा कि सबसे बात होनी चाहिए। हम किसानों की इस बात से भी कोई आपत्ति नहीं है। हमारी किसान भाइयों से अपील है कि आंदोलन खत्म करें और बात करें। वहीं बैठक के बाद बाहर निकले किसान नेता चंदा सिंह ने कहा कि, हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हम सरकार से निश्चित रूप से कुछ लेकर रहेंगे, चाहे गोली लेंगे या शांतिपूर्ण समाधान। हम और ज्यादा चर्चा के लिए दोबारा आएं।
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