किसानों का मुद्दा गंभीर, पाकिस्तान भी करने लगा है दखलअंदाजी: अधीर रंजन चौधरी
नई दिल्ली। कृषि बिल को लेकर किसानों का प्रदर्शन जारी है। केंद्र के साथ किसान नेताओं की कई बैठकें हुई लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। किसानों ने आंदोलन और तेज कर दिया है। इसी संबंध में कांग्रेस ने प्रधानमंत्री से शीतकालीन सत्र बुलाने की मांग की थी जो मंजूर नहीं की गई है। इसपर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि किसान का मुद्दा गंभीर बन चुका है। इसमें पाकिस्तान भी दखल देने की कोशिश कर रहा है। इन सब को देखते हुए मैंने यह गुहार लगाई थी कि संसद का सत्र बुलाया जाए और किसानों के मुद्दों के ऊपर चर्चा कर हल निकाला जाए।
अधीर रंजन चौधरी ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि सरकार नहीं चाहती किसी भी हालत में सदन चले। सदन चलते ही किसानों के मुद्दे सामने आ जाएंगे। आपको बता दें कि कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने मांग की थी कि किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए कृषि कानूनों पर चर्चा के लिए संसद का सत्र बुलाया जाए। अधीर रंजन चौधरी की इस मांग को खारिज करते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने चिट्ठी लिखकर बताया कि उन्होंने शीतकालीन सत्र को लेकर अनौपचारिक तौर पर अलग-अलग पार्टी के नेताओं से बात की थी।
प्रह्लाद जोशी ने बताया कि सभी दल फिलहाल शीतकालीन सत्र ना बुलाए जाने के पक्ष में हैं। खत में लिखा गया है कि संसद का बजट सत्र जनवरी, 2021 में आहूत किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के चलते इस साल संसद का मानसून सत्र देरी से आरंभ हुआ था। जोशी ने इस सत्र की उत्पादकता को लेकर सभी दलों के सहयोग की सराहना की। संसद का शीतकालीन सत्र सामान्यत: नवंबर के आखिरी या दिसंबर के पहले सप्ताह में आरंभ होता है।
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