Farmers Protest: सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने खोदे बोरवेल, बीजेपी ने कहा- प्रदर्शनकारी नहीं 'अराजक' हैं सभी
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के नए कृषि बिल को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन जारी है। गाजीपुर बॉर्डर या फिर सिंघु बॉर्डर किसानों के प्रदर्शन का बेस बना हुआ है। वहीं जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक स्थानीय प्रशासन, सरकार और लोकल लोगों से निराश होकर प्रदर्शनकारी किसानों ने सिंघु बॉर्डर पर बोरवेल खोद डाला है। अंग्रेजी वेबसाइट टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक सिंघु बॉर्डर पर जहां किसान प्रदर्शन कर रहे हैं वहां तीन बोरवेल खोदा गया है। भारतीय किसान यूनियन के नेता मनजीत सिंह राय ने टाइम्स नाउ से बातचीत में कहा है कि हम तीन बोरवेल खोद रहे हैं। एक पहले से खोदा जा चुका है और दो और खोदे जा रहे हैं।
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बोरवेल खोदे जाने के लिउ अनुमति लेने के सवाल पर राय ने कहा कि सरकार ने सिंघु बॉर्डर पर किसानों को रोक लिया। उन्होंने कहा कि हम कुछ भी अवैध नहीं कर रहे हैं। सरकार ने हमें रामलीला जाने से रोक दिया। सरकार हमारे खाने पीने को लेकर कुछ नहीं सोचती । हम भूख से नहीं मर सकते। हमें कुछ करना होगा जो हमने किया। एक अन्य किसान नेता संत मोहन सिंह ने कहा कि किसान बोरवेल के निर्माण के लिए मजबूर थे क्योंकि सरकार किसानों को पानी नहीं दे रही है। इस बीच बीजेपी ने किसानों के बोरवेल खोदने पर घेरा है। भाजपा के प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा, "यह अराजकता का स्पष्ट मामला है। बोरवेल को इस तरह नहीं खोदा जा सकता। पुलिस को इन किसानों से निपटना होगा।"
आपको बता दें कि किसान तीन महीने से अधिक समय से दिल्ली के बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें कहा गया है कि तीन कृषि कानून, किसान उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम, आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम और किसान (सशक्तीकरण और संरक्षण) मूल्य आश्वासन और फार्म सेवा अधिनियम पर समझौता, वापस लिया जाए। सरकार ने हालांकि कहा है कि वह कानूनों में संशोधन करने को तैयार है, लेकिन उन्हें निरस्त नहीं करेगी।
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