3.46 रुपए का लोन चुकाने के लिए 15KM पैदल चला किसान, कोरोना के चलते नहीं मिली बस
शिमोगा। कर्नाटक के शिमोगा जिले में एक बेहद ही चौंकाने वाली खबर सामने आई है। एक किसान 3 रुपए 46 पैसे का लोन चुकाने के लिए 15 किमी पैदल चलकर बैंक पहुंचा। घटना शुक्रवार की है। जब पश्चिमी घाट के घने जंगलों में बसे बरुवे गांव में रहने वाले किसान आमदे लक्ष्मीनारायण के पास नजदीकी कस्बे निट्टुर की केनरा बैंक की शाखा से फोन आया और उन्हें तुरंत लोन चुकाने के लिए कहा गया। हालांकि बैंक ने उन्हें यह नहीं बताया कि, कितना लोन बकाया है।
लॉकडाउन में नहीं मिली बस
न्यूज 18 की खबर के मुताबिक, परेशान लक्ष्मीनारायण बैंक के लिए घर से निकल पड़े। लेकिन लॉकडाउन चलते लक्ष्मीनारायण को गांव से बैंक तक पहुंचने के लिए कोई बस या सवारी नहीं मिली। जिस कारण से वे 15 किलोमीटर पैदल चलाकर बैंक पहुंचे। लक्ष्मीनारायण ने जब बैंक अधिकारियों से लोन को लेकर पूछताछ की तो पता चला कि , लोन की बकाया राशि सिर्फ 3 रुपये 46 पैसे है। जिसे सुनकर वे चौंक गए। लेकिन उन्होंने उसे तुरंत अदा कर दिया।
लोन की रकम सुन दंग रह गए लक्ष्मीनारायण
उनके अनुसार, उन्होंने बैंक से 35,000 रुपये का कृषि ऋण लिया था। उसमें से 32,000 रुपये सरकार ने माफ कर दिए थे । इसके बाद कुछ महीने पहले उन्होंने 3,000 रुपये जमाकर पूरा लोन क्लियर कर दिया। उन्होने कहा, 'जब बैंक ने मुझे तुरंत लोन अदा करने के लिए कहा तो मैं घबरा गया। लॉकडाउन के कारण मेरे गांव से कोई बस सेवा नहीं चल रही है, मेरे पास कोई वाहन नहीं है, यहां तक कि, साइकिल भी नहीं। मैं बकाया राशि को चुकाने के लिए पैदल ही बैंक के लिए निकल पड़ा।
बैंक ने दी ये सफाई
उन्होंने कहा कि, जब मुझे बैंक पहुंचकर पता चला कि बकाया राशि सिर्फ 3 रुपये 46 पैसे है। तो मैं दंग रह गया। स्थानीय केनरा बैंक के प्रबंधक एल पिंगवा ने कहा कि शाखा में ऑडिटिंग का काम चल रहा है। जिसमें सभी लोन के अमाउंट को क्लियर करना था। लोन क्लियर करने के साथ ही बैंक को किसान का साइन भी चाहिए था। जिसके लिए उन्हें बुलाया गया था। इस खबर के वायरल होने के बाद लोग बैंक अधिकारियों की निंदा कर रहे हैं।
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