भाजपा की सहयोगी अकाली दल की चेतावनी, ऐसा मत सोचिए कि पंजाब के किसान कमजोर हैं
नई दिल्ली। किसान बिलों को लेकर संसद में विपक्ष का भारी हंगामा और विरोध जारी है। भाजपा की सहयोगी शिरोमणि अकाली दल ने किसानों से जुड़े तीनों ही बिल को लेकर कई राज्यों में विरोध हो रहा है, जिसमे पंजाब, हरियाणा दोनों ही राज्य शामिल है। अकाली दल ने मांग की है कि इस बिल पर कोई भी फैसला लेने से पहले इसे सेलेक्ट कमेटी के पास भेजा जाना चाहिए। शिरोमणि अकाली दल के नेता नरेश गुजरात ने कहा कि ऐसा कतई नहीं सोचना चाहिए कि पंजाब के किसान कमजोर हैं। बता दें कि शुरुआत में अकाली दल ने इस बिल का समर्थन किया था, लेकिन किसानों के भारी विरोध को देखते हुए अकाली ने इस बिल से अपना समर्थन वापस ले लिया और पार्टी की सांसद हरसिमरत कौर ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
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पिछले हफ्ते इस बिल को लोकसभा में पेश किया गया था। लेकिन इस बिल का विरोध करते हुए अकाली दल की सांसद और मोदी सरकार में मंत्री हरसिमरत कौर ने इस बिल के विरोध में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। बता दें कि हरसिमरत कौर उस कैबिनेट का हिस्सा थीं, जिसने इस बिल को अपनी अपनी सहमति दी थी, लेकिन पंजाब में इस बिल के भारी विरोध को देखते हुए पार्टी ने अपना रुख बदल लिया। हालांकि शुरुआत में अकाली दल की ओर से कहा गया कि वह बाहर से सरकार का समर्थन करती रहेगी, लेकिन किसानों और कांग्रेस के भारी दबाव के चलते भाजपा की सबसे पुरानी सहयोगी पार्टी ने भाजपा के साथ अपने गठबंधन पर पुनर्विचार करने की बात कही है।
बता दें कि कांग्रेस पार्टी इस बिल का पुरजोर विरोध कर रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार इस बिल के खिलाफ मोदी सरकार पर हमलावर हैं। राहुल गांधी ने ट्वीट करके मोदी सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया है, साथ ही उन्होंने किसान बिल को काला कानून करार दिया है। राहुल ने ट्वीट कर लिखा, मोदी सरकार के कृषि-विरोधी 'काले क़ानून' से किसानों को:1. APMC/किसान मार्केट ख़त्म होने पर MSP कैसे मिलेगा? 2. MSP की गारंटी क्यों नहीं? मोदी जी किसानों को पूँजीपतियों का 'ग़ुलाम' बना रहे हैं जिसे देश कभी सफल नहीं होने देगा। राहुल ने हैशटैग #KisanVirodhiNarendraModi का इस्तेमाल अपने ट्वीट में किया है।