कृषि विधेयक: हरसिमरत कौर के इस्तीफे को कांग्रेस ने बताया नाटक, APP ने भी उठाए सवाल
नई दिल्ली। कृषि संबंधी विधेयक लोकसभा में पास होने के बाद भी मोदी सरकार टेंशन में है क्योंकि विपक्षी दलों और किसानों के साथ-साथ अब तो मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए के सहयोगी दल भी कृषि विधेयक के खिलाफ खड़े हो गए हैं, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने गुरुवार को मोदी कैबिनेट से कृषि संबंधी विधेयकों का विरोध करते हुए इस्तीफा दे दिया, जिसे राष्ट्रपति ने मंजूर भी कर लिया है, जिसके बाद अब अकाली दल, NDA में रहेगा या नहीं, इस पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
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हरसिमरत कौर के इस्तीफे को कांग्रेस ने बताया 'नाटक'
लेकिन पंजाब की कांग्रेस सरकार ने इस इस्तीफा पर सवाल खड़े किए हैं, पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने हरसिमरत कौर बादल के केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफे को एक मजबूरी बताया है, उन्होंने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह एक मजबूरी में उठाया गया कदम है, यह किसानों के लिए किसी भी प्रेम के लिए नहीं किया गया है, 4 महीने तक उन्होंने किसानों को मूर्ख बनाने की कोशिश की, लेकिन खुद को हंसी का पात्र बना लिया, एनडीए में अपना सम्मान भी खो दिया, किसानों से उनका कोई वास्ता नहीं है, मोदी जी ने उन्हें डंप करना ठीक समझा। शिरोमणि अकाली दल ने न सिर्फ अपना चेहरा गंवाया, बल्कि कुर्सी भी खो दी।
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'हरसिमरत के इस्तीफे का कोई मतलब नहीं '
तो वहीं इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि हरसिमरत कौर बादल का केंद्रीय कैबिनेट से इस्तीफा देना बहुत छोटा और देरी से उठाया कदम है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरसिमरत का इस्तीफा पंजाब के किसानों को मूर्ख बनाने के ढकोसले से अधिक और कुछ नहीं।
'किसान जत्थेबंदियों को गुमराह करने में सफल नहीं होंगें'
अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह (अकाली दल) किसान जत्थेबंदियों को गुमराह करने में सफल नहीं होंगें, तो वहीं दूसरी आम आदमी पार्टी के पंजाब अध्यक्ष भगवंत मान ने भी कहा है कि अब हरसिमरत के इस्तीफे का कोई मतलब नहीं है। उनको यह कदम पहले उठाना चाहिए था, ये केवल किसानों को गुमराह करने के लिए किया गया है लेकिन किसान भी हकीकत जानते हैं।
क्या कहा हरसिमरत कौर बादल ने?
हरसिमरत कौर बादल ने लोकसभा में इन विधेयकों के पारित होने से महज कुछ ही घंटे पहले ट्वीट किया था कि मैंने किसान विरोधी अध्यादेशों और विधेयकों के विरोध में केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है, किसानों की बेटी और बहन के तौर पर उनके साथ खड़े होने पर गर्व है'।
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