मशहूर शायर अजमल सुल्तानपुरी का 95 साल की उम्र में निधन
नई दिल्ली। बचपन का हिंदुस्तान न बांग्लादेश न पाकिस्तान... उसे मैं ढूंढ रहा हूं...जैसे मशहूर नज़्म लिखने वाले मशहूर शायर अजमल सुल्तानपुरी नहीं रहे। बुधवार को उनका निधन हो गया। 95 साल के अजमल सुल्तानपुरी ने आखिरी सांस अपने घर में ली। पिछले काफी समय से वो बीमार थे। बीमारी के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन जैसे ही उन्हें आराम मिलने लगा उन्होंने घर जाने की बात कही। घरवालों ने उनकी बात रखते हुए उन्हें घर ले आएं, लेकिन बुधवार को अचानक तबियत बिगड़ने के बाद उनका निधन हो गया।
साल 1926 में अजमल सुल्तानपुरी का जन्म उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में हुआ। साल 1967 में उनपर हमला हुआ, जिसके बाद उनका लंबा इलाज मुंबई में चला। इसके बाद से वो कभी अपने शहर नहीं लौटे। देश-दुनिया भर में उन्होंने परफॉर्म किया और लोगों पर अपनी छाप छोड़ी, लेकिन उन्होंने पाकिस्तान में कोई भी सम्मेलन करने से इंकार कर दिया। उनके पास पाकिस्तान में परफॉर्म कर ने के कई ऑफर आए, लेकिन उन्होंने ये कहकर मना कर दिया जो देश खुद हमसे अलग हो गया हो, वहां क्यों जाना। उनका मानना था कि कलाकार का सरकार से कोई भी उम्मीदें रखने का मतलब है कि वो कोई रचनाकार नहीं बल्कि बनिया है। उनका मानना था कि कलाकारों को किसी लालच के लिए काम नहीं करना चाहिए, बल्कि अपनी कला और अपनी आत्मा के लिए काम करना चाहिए।