3 नेशनल अवॉर्ड जीतने वालीं सरोज खान ने अपनाया था इस्लाम, 13 साल में हुई थी शादी
मुंबई। बॉलीवुड को एक और झटका लगा है, हिंदी सिनेमा की मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान (71) का गुरुवार देर रात मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया, सरोज खान के निधन की वजह कार्डियक अरेस्ट बताई गई है, मालूम हो कि सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के चलते सरोज खान को 17 जून को बांद्रा स्थित गुरु नानक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका कोरोना टेस्ट भी हुआ था, जो कि निगेटिव आया था, सरोज खान के निधन से पूरा बॉलीवुड शोक में डूब गया है।
Recommended Video
सरोज खान का जीवन बहुत संघर्ष से गुजरा
आपको बता दें कि श्रीदेवी- माधुरी से लेकर ऐश्वर्या-करीना तक को अपने इशारों पर नचाने वाली सरोज खान का जीवन बहुत संघर्ष से गुजरा। उनका जन्म 22 नवंबर 1948 को किशनचंद सद्धू सिंह और नोनी सद्धू सिंह के घर हुआ था। सरोज ने 200 से ज्यादा फिल्मों के लिए कोरियोग्राफी की, सरोज खान का असली नाम निर्मला साधु सिंह नागपाल था, उनके जन्म के बाद सरोज का परिवार विभाजन के बाद भारत आ गया था। उन्होंने बाल कलाकार के तौर अपने करियर की शुरुआत तीन सील की उम्र में की थी। पहली बार वो 'नजराना' फिल्म में श्यामा के रूप में नजर आई थीं। इसके बाद 1950 के दशक में वो बैकग्राउंड डासंर का काम करती थी।
13 साल की उम्र में हुई थी पहली शादी
सरोज खान की 13 साल की उम्र में बी सोहनलाल से शादी हो गई थी जो पहले से शादीशुदा थे और 4 बच्चों के पिता था। इसके बारे में बात करते हुए सरोज खान ने कहा था कि उन्हें तो पता ही नहीं था कि शादी क्या होती है , एक दिन सोहनलाल जी ने गले में काला धागा बांध दिया था, जिसके बाद मेरे घरवालों ने कहा कि अब तुम जाओ, ये ही तुम्हारा पति है। उन्होंने अपने पति से डांस सिखा। इसके बाद वो खुद कोरियाग्राफर बनने के लिए चल पड़ीं। पहले वो असिस्टेंट कोरियोग्राफर थीं। इसके बाद 1974 में आई फिल्म 'गीता मेरा नाम' से वो स्वतंत्र कोरियोग्राफर बन गईं।
सरोज खान ने अपनाया था इस्लाम
इस शादी से सरोज खान को दो बच्चे हैं, सोहनलाल ने सरोज खान को छोड़ दिया और उसके बाद सोहन लाल मुंबई के सरदार रोशन खान के साथ शादी की और एक बेटी को जन्म दिया। जो अब दुबई में एक नृत्य संस्थान चलाती हैं इसके बाद सरोज खान ने इस्लाम अपना लिया था, उन्होंने एक टीवी इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने मुस्लिम धर्म अपने मन से अपनाया है।
3 बार नेशनल अवॉर्ड जीता
सरोज खान को सफलता 'मिस्टर इंडिया' में श्रीदेवी के ऊपर फिल्माए गए गाने 'हवा-हवाई' से मिली। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं दिखा। डांसिग दीवा माधुरी को डांस सिखाने में उनका अहम योगदान रहा, फिल्म 'तेजाब', फिल्म 'देवदास', और साल 2007 की 'जब वी मेट' के लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था, उन्होंने लंबे समय तक बॉलीवुड से ब्रेक लेने के बाद साल 2019 में कंगना रनौत की फिल्म 'मणिकर्णिकाः द क्वीन ऑफ झांसी' के एक गाने में कोरियाग्राफी की थी, इससे पहले उन्होंने माधुरी दीक्षित की फिल्म 'कलंक' में भी एक गाने को कोरियोग्राफ किया था।
यह पढ़ें: जानिए किसका है 'कौल हाउस', जो बनने जा रहा है प्रियंका गांधी वाड्रा का ठिकाना