जबतक मोदी नहीं आयेंगे तबतक नहीं होगा शहीद का अंतिम संस्कार
बुलंदशहर। सरहद पर शहीद हुए जवान को लेकर मामला अब बेहद गंभीर व संवेदनात्मक बनता जा रहा है। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए नीरज और राहुल का राष्ट्रीय सम्मान के साथ आज अंतिम संस्कार किया जाना था। बीते दिनों शव नहीं पहुंच पाने के कारण मामला बेहद गंभीर बन चुका है। बताया जा रहा है कि आज शहीदों के शव गांव में पहुंचेंगे। हालांक उनके अंतिम संस्कार को लेकर एक नया पेंच फंस रहा है।
शहीद नीरज के परिजनों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और रक्षामंत्री अरुण जेटली में से कोई एक नेता गांव पहुंचेंगे तो ही शहीद का अंतिम संस्कार कराया जाएगा।
ग्रामीणों की जुबान पर उनकी बहादुरी के चर्चे सिसकियों के बीच लगातार जारी हैं। नीरज की मौत के बाद बूढ़े पिता ओमवीर सिंह और माता राजेश देवी की आंखों से भी आंसू थम नहीं रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि नीरज जब भी छुट्टियों में आते थे अपनी बहादुरी के किस्से सुनाया करते थे।
इलाके में देर शाम जैसे ही लोगों को नीरज की शहादत की सूचना मिली तो हर व्यक्ति ओमवीर राघव के घेर पर पहुंच गया। महिलाएं घर पर पहुंची तो सिसकियों का माहौल चीख-पुकार में तब्दील हो गया। परिजनों का कहना है कि वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे, जब तक सरकार की ओर से उन्हें सुना नहीं जाता।