17 बार MLA-MP का चुनाव लड़ चुके फक्कड़ बाबा का निधन, 2019 में हेमा मालिनी के हाथों मिली थी हार
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मथुरा में लोकसभा और विधानसभा का 17 बार चुनाव लड़ चुके 81 वर्षीय फक्कड़ बाबा रामायणी का निधन हो गया है। फक्कड़ बाबा मथुरा की राजनीति के अनोखी शख्सियत थे, उन्होंने वर्ष 1977 से लेकर 2019 तक एमएलए और एमपी का चुनाव लड़ा लेकिन वह कभी जीत नहीं पाए। फक्कड़ बाबा का कहना था कि उनके गुरु के वचन मुताबिक वह 20वीं बार चुनाव लड़ेंगे तो जरूर जीत जाएंगे। हालांकि ऐसा हो नहीं सका और उम्र संबंधी समस्याओं के चलते फक्कड़ बाबा ने दुनिया को अलविदा कह दिया।
फक्कड़ बाबा के अनुयायी चैतन्य कृष्ण उपमन्यु के मुताबिक वह मूल रूप से कानपूर की बल्हौल तहसील के निवासी थे, मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि के करीब गरतेश्वर महादेव मंदिर के एक कमरे में उनका आवास था। 1977 के बाद से उन्होंने सभी लोकसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश के सभी विधानसभा चुनाव लड़ें हैं। उन्होंने अपना पहला चुनाव तब लड़ा था जब देश में इंदिरा गांधी और कांग्रेस के खिलाफ माहौल था। पिछले वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव नें वह अभिनेत्री हेमा मालिनी के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप से मैदान में उतरे थे। हालांकि यह उनके जीवन का 17वां और आखिरी चुनाव था जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
पिछले
साल
वन
इंडिया
हिंदी
से
की
थी
बात
हमारे
वन
इंडिया
हिंदी
के
पत्रकार
अवनीश
पाठक
ने
पिछले
वर्ष
2019
चुनाव
की
कवरेज
के
दौरान
फक्कड़
बाबा
से
भी
मुलाकात
की
थी।
जब
फक्कड़
बाबा
से
पूछा
गया
कि
वह
वो
लगातार
चुनाव
क्यों
लड़
रहे
हैं?
इस
सवाल
के
जवाब
में
उनका
कहना
था
कि
वो
अपने
गुरु
के
कहने
पर
चुनाव
लड़
रहे
हैं
और
गुरु
ने
ही
उन्हें
बताया
है
कि
वो
20वीं
बार
जीत
जाएंगे।
ये
उनका
गौ-व्रत
है
और
उनके
गुरु
का
आदेश
है
कि
हर
चुनाव
में
गाय
के
नाम
पर
वो
एक
पर्चा
भर
दिया
करें।
फक्कड़
बाबा
संयासी
थे
और
संपत्ति
के
नाम
पर
उनके
पास
कुछ
नहीं
था।
पिछले
साल
लोकसभा
चुनाव
में
चुनाव
आयोग
को
दिए
हलफनामें
में
के
मुताबिक
उनके
बैंक
खाते
में
16
हजार
रुपए
थे।
फक्कड़
बाबा
रामायणी
जिन
घरों
में
रामायण
कहते
थे
उन्हीं
घरों
से
जमानत
की
राशि
जुटाते
थे।
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