15 अगस्त को पीएम मोदी के इस ऐलान से पहले, शर्मिंदा ना कर दे यह फर्जीवाड़ा
नई दिल्ली। 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का ऐलान कर सकते हैं। लेकिन इस बीच जिस तरह से लोग इससे मिलते जुलते फर्जी नाम के तहत फर्जी आयुष्मान भारत की वेबसाइट पर आवेदन कर रहे हैं उसने सरकार की मुश्किल को बढ़ा दिया है। लोग व्हाट्सएप पर इस योजना के लिए रजिस्टर कराने को लेकर फर्जी मैसेज साझा कर रहे हैं, जिससे निपटना सरकार के लिए आसान नहीं होगा। ऐसे में पीएम के ऐलान से पहले जिस तरह से लोग इस वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं उसकी शर्मिंदगी से बचने के लिए आयुष्मान सचिव पुलिस की मदद लेने पर विचार कर रहे हैं।
10.74 करोड़ लोगों को मिलेगा लाभ
आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा मिशन के तहत 5 लाख रुपए के लिए किसी भी तरह का रजिस्ट्रेशन कराने का प्रावधान नहीं है। इस योजना का लाभ जिन लोगों को मिलेगा उनकी पहचान पहले ही कर ली गई है और पंचायत स्तर पर इस लिस्ट को तैयार किया जा चुका है। इस योजना के तहत 10.74 करोड़ लोगों को शामिल किया जा सकता है, जिनके आंकड़े सामाजिक और आर्थिक स्थिति के आधार पर जनगणना में दर्ज है। ऐसे में जो लोग खुद को रजिस्टर कर रहे हैं वह पूरी तरह से गलत है, लिहाजा इसे रोकने के लिए मंत्रालय पूरी कोशिश में जुटा है।
पहले भी हो चुका है फर्जीवाड़ा
दरअसल इससे पहले 2017 में इस मामले में सीबीआई जांच का आदेश दिया गया था, जब बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत कुछ लोगों ने फर्जी तरीके से तमाम राज्यों में लोगों को इस योजना का लाभ देने के लिए फॉर्म भरवाया और उनसे पैसे ऐंठे थे। लिहाजा उस स्थिति से बचने के लिए सरकार सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रही है। आपको बता दें कि http://www.pradhanmantriagreement.in नाम की वेबसाइट पर एक टोल फ्री नंबर को दर्ज किया किया गया है जिसे आयुष्मान भारत हेल्पलाइन का नंबर बताया गया है।
शुरू हो सकता है फर्जीवाड़ा
जबकि इस वेबसाइट पर जो मोबाइल नंबर साझा किया गया है वह बंद है और कवरेज एरिया के बाहर है। ऐसे में अधिकारियों को डर है कि पीएम के ऐलान के बाद जिन लोगों ने इस वेबसाइट पर खुद को रजिस्टर किया है उन्हें फोन करके उनसे पैसे ऐंठे जा सकते हैं। इस वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन का भी विकल्प दिया गया है, हालांकि इसपर क्लिक करने पर यह गूगल पेज पर चला जाता है। लेकिन लोगों का कहना है कि 15 अगस्त के ऐलान के बाद यह लिंक शुरू हो जाएगी।
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हम कार्रवाई करेंगे
इस मामले में आयुष्मान भारत की सीईओ इंदू भूषण का कहना है कि यह कैशलेस स्कीम है, हम इस योजना के तहत उन लोगों पर नजर रख रहे हैं जो फर्जी रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। जो भी एजेंसी इस तरह का दावा करती है कि वह इस योजना के तहत लोगों का रजिस्ट्रेशन कराएगी और पैसे ऐंठ रही है वह फर्जी है। यह एक अपराध है और हम उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे, साथ ही इसे रोकने के लिए हम लोगों से मदद की अपील कर रहे हैं। हमने लोगों से कहा है कि अगर आपस कोई रजिस्ट्रेशन कराने और इसके लिए पैसे मांगता है तो हमे इसकी जानकारी दें।
कई फर्जी वेबसाइट
इसके अलावा एक और फर्जी वेबसाइट http://www.pradhanmantriyojana.in भी चल रही है जो लोगों को इस योजना के तहत आवेदन करने के लिए कह रही है। यह महज एक बानगी भर है, ऐसी तमाम वेबसाइट अस्तित्व में हैं जो लोगों को गुमराह कर रही हैं और सरकारी योजना के नाम पर उन्हें गलत जानकारी मुहैया कराके ढगी कर रही हैं।
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