फेक यूनिवर्सिटी केस: इंडियन स्टूडेंट्स के सपोर्ट में उतरे अमेरिकी कांग्रेसमैन
वॉशिंगटन। अमेरिका के 4 सांसदों ने डीएचएस (US Department of Homeland Security) और आईसीई (US Immigration and Customs Enforcement) को चिट्ठी लिखकर फेक यूनिवर्सिटी केस में फंसे भारतीय छात्रों से सही से बर्ताव करने के लिए आग्रह है किया है। अमेरिकी अधिकारियों ने पिछले महीने 31 दिसंबर को 129 भारतीय छात्रों को अमेरिका में फेक यूनिवर्सिटी के मामले में हिरासत में ले लिया था।
बुधवार (6 फरवरी) को चार सांसदों के एक द्विदलीय समूह, थॉमस आर सुओजी, राजा कृष्णमूर्ति, ब्रेंडा लॉरेंस और रॉब वुडल, ने डीएचएस के सचिव क्रिस्टन नील्सन और आईसीई रोनाल्ड डी विटिलिएलो के कार्यकारी निदेशक को लिखे एक चिट्ठी में 'विदेशी नागरिकों' के साथ बर्ताव के संबंध में भारतीय-अमेरिकी समुदाय और भारतीय वाणिज्य दूतावास द्वारा व्यक्त की गई चिंताओं को उठाया।
चिट्ठी में कहा गया, 'हम DHS और ICE से आग्रह करते हैं कि हिरासत में लिए गए छात्रों के साथ उचित व्यवहार किया जाए और कानून के तहत उन्हें दिए गए सभी अधिकार दिए जाएं, जिसमें उनके वकील से मिलने से लेकर बॉन्ड पर रिहा करने जैसी सुविधा शामिल है। हम DHS और ICE से अपना विवरण साझा करने और भारतीय छात्रों को दूतावास और वाणिज्य दूतावास के बारे में नियमित अपडेट और कांसुलर एक्सेस की सुविधा के लिए आग्रह करते हैं।'
बता दें कि भारतीय अमेरिकी अटॉर्नी ने मंगलवार को अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने जानबूझकर एक झूठी यूनिवर्सिटी तैयार की। इसके जरिए उन्होंने हजारों मील बैठे कई स्टूडेंट्स को भ्रमित किया। हिरासत में लिए भारतीय छात्रों की ओर से लगातार दूतावास में फोन किया जा रहा है और वे सभी मदद की गुहार लगा रहे हैं।