50 से ज्यादा इंडियन आर्मी ऑफिसर्स के फेक ट्विटर हैंडल्स, पाकिस्तान का कश्मीर पर नया प्रपोगेंडा
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच पांच अगस्त से ही एक तरह का अघोषित युद्ध जारी है। भारत ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाया और राज्य को मिला विशेष दर्जा खत्म कर दिया। इस फैसले से गुस्साए पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ प्रपोगेंडे को ट्विटर और दूसरे सोशल मीडिया माध्यमों से आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है। पाक की तरफ से अब इंडियन आर्मी ऑफिसर्स के फेक ट्विटर हैंडल्स के जरिए इस युद्ध को आगे बढ़ाया जा रहा है।
आर्मी चीफ का भी ट्विटर हैंडल
इन ट्विटर हैंडल्स में आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत और नॉर्दन आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह का अकाउंट भी शामिल है। एक रिपोर्ट के मुताबिक कम से कम 50 ऐसे ट्विटर हैंडल्स इस समय मौजूद हैं और इन हैंडल्स में दावर किया जा रहर है कि यह आर्मी चीफ जनरल रावत, आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह और डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल विनोद भाटिया के हैं। जनरल रावत और लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह के ट्विटर हैंडल से कश्मीर को लेकर कई तरह के ट्वीट किए गए हैं।
69 जवानों की झूठी खबर
इन ट्वीट के मुताबिक कश्मीर में इस समय बंद की स्थिति है और सुरक्षा एजेंसियों के साथ ही सीनियर ऑफिसर्स से अपील की गई है कि वे हालातों पर ध्यान दें। इन ट्वीट में कश्मीर में लोगों पर हो रहे अत्याचार का भी जिक्र है। इंग्लिश डेली हिन्दुस्तान टाइम्स की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से इन हैंडल्स से कई ऐसे ट्वीट किए गए हैं जो पूरी तरह से गलत हैं। पिछले दिनों जम्मू कश्मीर में पोस्टेड कर्नल रैंक के एक आर्मी ऑफिसर के तथाकथित हैंडल से पोस्ट किया गया, 'पाकिस्तान की तरफ से जारी फायरिंग में पिछले छह दिनों में मेरे 69 साथी जवान शहीद हो गए हैं।'
700 कश्मीरियों की हत्या!
इसी तरह से डीजीएमओ जनरल विनोद भाटिया के हैंडल से जो ट्वीट किया गया वह इस तरह का था, 'मेरी इंटेलीजेंस रिपोर्ट के मुताबिक करीब 700 कश्मीरियों की हत्या हो चुकी है और हजारों महिलाओं का रेप किया जा चुका है। कश्मीर में पूरी तरह से ब्लैकआउट है, स्कूल और कॉलेज सब बंद हैं। हमें शर्म आनी चाहिए।' एक फेक ट्विटर हैंडल जो लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत पुरोहित के नाम पर है, उसकी ओर से भी गलत ट्वीट कर कई गलत जानकारियां फैलाई जा रही हैं। कर्नल पुरोहित मालेगांव ब्लास्ट केस में आरोपी हैं।
फेक हैंडल्स की भरमार
पांच अगस्त के बाद से ही सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट्स की भरमार हो गई है। एक ऑफिसर की ओर से बताया गया है कि यह सब गलत जानकारियों को फैला कर हिंसा फैलाने की साजिश के तहत हो रहा है। भारत ने जम्मू कश्मीर पर जो फैसला लिया उसके बाद से कई फेक सोशल मीडिया अकाउंट्स बनाए। जहां कुछ अकाउंट्स अगस्त में बनाए गए तो कुछ अकाउंट्स पहले से बने थे।