केरल के बताए जा रहे छेड़छाड़ वाले वायरल वीडियो का सच – फ़ैक्ट चेक
सोशल मीडिया पर छेड़छाड़ का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसे केरल का बताकर वायरल किया जा रहा है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है जिसमें एक युवक एक लड़की से छेड़छाड़ कर रहा है और उसमें लड़की ख़ुद को छोड़ने की गुहार लगा रही है.
इस वीडियो में एक और लड़की भी नज़र आ रही है जो लड़की को उस युवक से छुड़वाने की कोशिश कर रही है. लड़का ज़बरदस्ती कर रहा है और इस दौरान लड़की के कपड़े भी फट जाते हैं.
वीडियो में एक पुरुष की आवाज़ भी सुनाई दे रही है.
इस वीडियो को सोशल मीडिया पर केरल का बताकर वायरल किया जा रहा है जिसमें कहा जा रहा है कि केरल में महिलाओं से दुर्व्यवहार कोई आम बात नहीं है.
दीप्ति साहू नामक फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल से इस वीडियो को पोस्ट किया गया है और लिखा है, "केरल में महिलाओं से हो रही छेड़छाड़ का यह विडियो देख आपकी रूह कांप जाएगी? केरल आज के समय में उन राज्यों में से है जहां हिन्दुओं की संख्या बहुत कम हो चुकी है, साथ ही हिन्दुओं को जान से मारने का मामला नया नहीं है."
इस पोस्ट को अब तक 10,000 से भी अधिक बार शेयर किया जा चुका है जबकि इस पर 1.6 हज़ार से भी अधिक कमेंट हैं.
इसके अलावा भैयाजी_कहिन (BJP) नामक ट्विटर हैंडल ने भी इस वीडियो को ट्वीट किया है.
इसमें हैंडल ने लिखा है, "केरल में हो रही महिलाओं से छेड़छाड़ का यह कोई पहला वीडियो वायरल नहीं है. इस प्रकार की घटना हर दिन घटित होती है इसका मुख्य उद्देश्य हिन्दुओं का अल्पसंख्यक होना है."
इस वीडियो को भी 750 से अधिक ट्विटर हैंडल से रीट्वीट किया गया है. अधिकतर ट्वीट में लोगों का कहना है कि केरल में हिंदू अल्पसंख्यक हो चुके हैं और वहां पर यह रोज़ाना की घटना है.
कब और कहां का है वीडियो
बीबीसी की फ़ैक्ट चेक टीम ने जब इस वीडियो को खंगालना शुरू किया तो यह वीडियो तीन साल पुराना निकला है और वह भी केरल नहीं बल्कि आंध्र प्रदेश का.
इनविड टूल से वीडियो की जांच करने पर पता चला कि यह वीडियो आंध्र प्रदेश के प्रकाशम ज़िले का है जो सितंबर 2017 में सामने आया था.
एनडीटीवी ने 2017 में इस घटना पर ख़बर प्रकाशित की थी जिसमें बताया गया था कि 19 वर्षीय कॉलेज की छात्रा से उसके बॉयफ़्रेंड ने छेड़छाड़ की. ख़बर में आगे लिखा गया है कि इस मामले में उस युवक के अलावा इस वीडियो को बनाने और उसको वायरल करने के आरोप में तीन युवकों को गिरफ़्तार किया गया है.
'द हिंदू' ने भी सितंबर 2017 में इस ख़बर को प्रकाशित किया था जिसमें प्रकाशम ज़िले के एसपी बी. सत्या येसू बाबू ने बताया था कि बी. साई नामक 19 वर्षीय लड़के ने लड़की के साथ बलात्कार करने की कोशिश की थी, इस घटना को उसके दोस्त कार्तिक (22) और पवन (21) स्मार्टफ़ोन से शूट कर रहे थे, यह घटना 29 अगस्त की थी.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने भी इस घटना पर ख़बर प्रकाशित की थी. ख़बर में कहा गया था कि दो लड़कियां अपने तीन पुरुष दोस्तों के साथ प्रकाशम ज़िले के बाहर कनिगिरी में पिकनिक मनाने गई थीं.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया के अनुसार, इस दौरान साई को पता लगा कि लड़की उसके साथ धोखेबाज़ी कर रही थी और वो किसी और से प्यार करती थी इसके बाद दूसरे लड़के ने उसे ज़बरदस्ती करने के लिए उकसाया.
केरल में हिंदू अल्पसंख्यक हैं?
सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे वीडियो में लगातार यह कहा जा रहा है कि केरल में हिंदू अल्पसंख्यक होते जा रहे हैं.
2011 की जनगणना के अनुसार, केरल की जनसंख्या 3.3 करोड़ से अधिक है. जहां हिंदुओं की संख्या 1.82 करोड़, मुसलमानों की संख्या 88 लाख और इसाइयों की संख्या 61 लाख है.
इस तरह से केरल में हिंदू 54,72 फ़ीसदी, मुसलमान 26.56 फ़ीसदी और इसाई 18.38 फ़ीसदी हुए.