Fact Check: क्या थोड़े-थोड़े अंतराल पर पानी पीने से नहीं होता है कोरोना का संक्रमण?
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच इसको लेकर अफवाहों का दौर भी जारी है। आए दिन कोरोना वायरस के इलाज का दावा करने वाले मैसेज वायरल हो रहे हैं, जिनको लेकर सरकार और विभिन्न स्वास्थ्य संगठनों की तरफ से स्पष्ट किया गया है कि कोरोना वायरस का कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। सरकार ने इसको लेकर एडवाइजरी जारी की है कि कोरोना वायरस के मद्देनजर कोई भी अफवाह ना फैलाएं और ना उनपर यकीन करें। बावजूद इसके एक अन्य मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि 15 मिनट के अंतराल पर पानी पीने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है।
NDMA ने खारिज किया दावा
जिन लोगों को यह मैसेज मिला है, वे लोगों को बताएं कि यह पूरी तरह से गलत दावा है। नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDMA) ने भी इस मैसेज को देखने के बाद इसका फैक्ट चेक किया। एनडीएमए ने कहा, 'दावा कि, नम गला, कोरोना संक्रमण से बचाव कर सकता है। जबकि फैक्ट ये है कि ये दावा पूरी तरह गलत है। इस दावे के पक्ष में कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।'
पानी पीना कोरोना वायरस के संक्रमण को नहीं रोकता है- WHO
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कहा है कि कोरोना वायरस गर्म मौसम में जीवित रह सकता है। कोविड-19 उन देशों में फैल रहा है जहां पर गर्म और उमस भरा मौसम है और साथ ही उन देशों में भी जहां की जलवायु ठंडी और शुष्क है। एक अन्य बयान में, डब्ल्यूएचओ ने कहा, 'पानी पीने से हाइड्रेटेड रहना समग्र स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन यह कोरोना संक्रमण को रोकता नहीं है।'
दुनिया भर में 21 हजार लोगों की मौत हो चुकी है
इसके पहले भी इसी तरह के दावे किए जाते रहे हैं लेकिन WHO ने इन तमाम दावों को खारिज कर दिया है और लोगों को अफवाहों से बचने की सलाह दी है। कोरोना वायरस को लेकर एक अन्य अफवाह भी तेजी से फैल रही थी कि, माउथवॉश का गरारा कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा सकता है। इसपर WHO ने साफ किया था कि अभी तक इस बात के कोई सुबूत नहीं मिले हैं कि माउथवॉश आपको कोरोना के इंफेक्शन से बचा पाएगा। बता दें कि कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया भर में 21 हजार लोगों की मौत हो चुकी है जबकि इससे 4.7 लाख लोग संक्रमित हैं।