क्या अयोध्या में मस्जिद के लिए मिली जगह पर बनेगा बाबरी हॉस्पिटल? जानिए वायरल तस्वीर की सच्चाई
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में कई दशकों से राम मंदिर और बाबरी मस्जिद के बीच चल रहे जमीन विवाद में सुप्रीम कोर्ट ने बीते साल फैसला सुनाया था। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में विवादित जगह को राम मंदिर के लिए दे दी थी। वहीं मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन देने के लिए राज्य सरकार से कहा था। राज्य सरकार ने पास के गांव में पांच एकड़ जमीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को दी थी। हाल ही में राम मंदिर की नींव रखे जाने के बाद मस्जिद को लेकर कई तरह की बातें कही जां रही हैं। सोशल मीडिया पर एक मैसेज काफी वायरल हो रहा रहा है जिसमें मस्जिद के लिए मिली जगह पर बाबरी नाम से हॉस्पिटल बनाए जाने का दावा किया जा रहा है। बोर्ड ने कहा है कि इसमें सच्चाई नहीं है।
तस्वीर हो रही वायरल
फेसबुक पर कई लोगों ने इस पोस्ट को शेयर किया है। जिसमें बिल्डिंग की ग्राफिक तस्वीर है, जिस पर 'बाबरी हॉस्पिटल' लिखा हुआ है। इस पोस्ट में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट से मिली पांच एकड़ जमीन में सुन्नी वक्फ बोर्ड बाबरी हॉस्पिटल बनाएगा, जिसमें एम्स जैसी सुविधाएं होंगी। इस अस्पताल में एक पूरा फ्लोर बच्चों के लिए आरक्षित होगा, जिसमें चमकी बुखार सहित कई बीमारियों का इलाज होगा। डॉक्टर कफील खान को इस अस्पताल का प्रशासक बनाया जाएगा।
वायरल मैसेज में सच्चाई नहीं
कई मीडिया संस्थान ने इस पोस्ट में किए दावों को लेकर तहकीकात की तो पाया है कि ये दावे निराधार हैं। इस 5 एकड़ भूमि पर क्या बनाया जाना है, इसको लेकर वक्फ बोर्ड ने अभी फाइनल कुछ भी तय नहीं किया है। सुन्नी वक्फ बोर्ड के सैयद मोहम्मद शोएब ने कहा है कि बोर्ड ने निर्माण के बारे में अभी तक अंतिम निर्णय नहीं लिया है। अस्पताल, लाइब्रेरी, रिसर्च सेंटर वगैरह बनाने को लेकर प्रस्ताव जरूर हैं, अंतिम फैसला लेना अभी बाकी है। ऐसे में जो कुछ सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है, उसमें सच्चाई नहीं है।
15 सदस्यों का ट्रस्ट करेगा फैसला
उत्तर प्रदेश सुन्नी वक्फ बोर्ड ने एक 15 सदस्यीय ट्रस्ट बनाया है, जिसे इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट का नाम दिया गया है। ये ट्रस्ट अयोध्या के धन्नीपुर गांव में मिली इस 5 एकड़ जमीन पर मस्जिद और दूसरे निर्माण को लेकर फैसला लेगा। ट्रस्ट के सचिव और प्रवक्ता अतहर हुसैन ने इस जमीन पर मस्जिद, अस्पताल और इण्डो-इस्लामिक रिसर्च सेंटर का प्रस्ताव होने की बात कही है। उन्होंने कहा कि मस्जिद के साथ ही अस्पताल बनाने को लेकर विचार किया जा रहा है।
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