साल 2020 में अबतक फेसबुक ने हटाए हेट स्पीच और नफरत फैलाने वाले 47 लाख पोस्ट
नई दिल्ली। फेसबुक ने गुमराह करने वाली गलत सूचनाओं, नफरत फैलाने वाले भाषण और आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले मैसेज पर लगाम लगाने की कोशिशें तेज कर दी है। फेसबुक ने ऐप में कुछ ऐसे टेक्निकल सुधार किए हैं जो खुद ब खुद इस तरह के मैसेज को पहचान लेंगे। इसके साथ ही फेसबुक ने साल 2020 की पहली तिमाही में घृणा और आतंकवाद फैलाने वाले करीब 47 लाख रुपए पोस्ट हटाए हैं। इससे पहले साल 2019 की आखिरी तिमाही में ऐसे करीब 16 लाख पोस्ट फेसबुक प्लेटफार्म से हटाए गए थे। वहीं इससे पहले भी हेट स्पीच के 96 लाख और 57 लाख पोस्ट हटाए जा चुके हैं।
फेसबुक ने मंगलवार को सूचित किया कि अगर साल 2017 की दूसरी छमाही की बात करें, तो फेसबुक प्लेटफार्म से घृणा और अपराध फैलाने वाले सूचनाओं को हटाने में 6 गुना की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। फेसबुक के चीफ एग्जीक्यूटिव मार्क जकरबर्ग ने कहा कि गलत सूचनाओं की पहचान करके उनकी लेबलिंग करना काफी कारगर साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि वार्निंग लेबल वाली सूचनाओं पर 95 फीसदी यूजर्स क्लिक नहीं करते हैं।
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कंपनी का मानना है कि पांचवी कम्यूनिटी स्टैंडर्ड इंफोर्समेंट रिपोर्ट साल 2018 की रिपोर्ट के मुकाबले ज्यादा सटीक है। इनमें फेसबुक के मैसेंजर और व्हाट्सऐप मोबाइल ऐप को भी शामिल किया गया है। रिपोर्ट में पिछले साल फोटो-शेयरिंग ऐप इंस्टाग्राम को शामिल किया गया था और उस पर भी कंपनी के नियमों को लागू करने की जानकारी दी गई थी। ऐसे में इस साल तिमाही आधार पर इंस्टाग्राम का भी डाटा जारी किया जाएगा।