इस तकनीक के जरिए फेसबुक जान जाएगा यूजर की आर्थिक स्थिति, बताएगा आप कितने पैसे वाले
नई दिल्ली। फेसबुक जल्दी ही एक ऐसी तकनीक के साथ आ सकता है, जिससे वो जान पाएगा कि उसका यूजर की माली हैसियत क्या है, यूजर के पास कितने घर और कार वगैरह हैं। फेसबुक ने नई तकनीक के इस फीचर का पेटेंट लेने के लिए आवेदन किया है। इसके जरिए फेसबुक यूजर्स की सामाजिक-आर्थिक स्थिति का पता लगाएगा। फेसबुक अपने यूजर्स को तीन वर्गो, वर्किंग क्लास, मिडिल क्लास और अपर क्लास में बांटेगा। जिस तकनीक का पेटेंट मांगा गया है उसके अनुसार, फेसबुक यूजर्स के व्यक्तिगत डेटा को इकट्ठा करेगा, जैसे कि शिक्षा, अपना घर और इंटरनेट उपयोग वगैरह। जिससे कि उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति का अनुमान लगाया जा सके।
विज्ञापन के लिए आसानी से मिलेगा टारगेट यूजर
शुक्रवार को इस पेंटेट को लेकर जानकारी दी गई है, फेसबुक के यूजर्स की माली और समाजी हैसियत जानने के पीछे सबसे बड़ी वजह विज्ञापन है। यूजर की माली हैसियत की जानकारी हासिल करने के बाद विज्ञापन के लिए उसे उसी हिसाब से टारगेट किया जाएगा। इससे फेसबुक आसानी से तीसरी पार्टी को विज्ञापन के लिए टारगेट यूजर देगा। फेसबुक इस तरह से इसमें जानकारी लेगा, जैसे आपके पास कितनी इंटरनेट इस्तेमाल करने वाली डिवाइस हैं? आपकी उम्र 40 से ज्यादा है तो क्या आपता अपना घर है? हांलाकि इसके लेकर फेसबुक ने अभी बहुत साफतौर पर नहीं बताया है कि कैसे उसकी ये नई तकनीक कामयाब होगी।
'मैसेंजर किड्स' एप को लेकर हो रही फेसबुक की आलोचना
फेसबुक ने दिसंबर 2017 में कम उम्र के बच्चों को ध्यान में रखकर 'मैसेंजर किड्स' एप लॉन्च किया था। इस एप के लॉन्च होने के बाद से फेसबुक की काफी आलोचनाएं हुईं। आलोचकों का कहना है कि फेसबुक कम उम्र में ही बच्चों को सोशल मीडिया पर आने और उसका आदी बनने के लिए उकसा रहा है। लेकिन इस सबके बीच फेसबुक के एक टॉप एग्जीक्यूटिव आलोचनाओं के उलट इस एप को बच्चों और फैमिली के लिए अच्छा ऐप बताया है।
100 से ज्यादा चाइल्ड एक्सपर्ट का जुकरबर्ग को खत
फेसबुक की इस ऐप को लेकर आलोचना तब शुरू हुई थी जब ब्रिटिश हेल्थ सेक्रेटरी जर्मी हंट ने फेसबुक को अपने बच्चों से दूर होने को कहा था। जर्मी ने कहा था, 'फेसबुक ने मुझसे कहा था कि वे कम उम्र के बच्चों को सोशल मीडिया पर आने से रोकने के आइडिया पर काम कर रहे हैं लेकिन इसके उलट वो सक्रिय रुप से इन बच्चों को फेसबुक पर आने के लिए उकसा रहे हैं। फेसबुक प्लीज, मेरे बच्चों से दूर रहो और जिम्मेदारी पूर्वक कार्य करो।'
मार्क जकरबर्ग को लोगों ने लिखा पत्र, कहा- फेसबुक प्लीज, मेरे बच्चों को छोड़ दो