पुलिस बन लोगों को लिफ्ट देता था 'लिफाफा गैंग', वॉकी टॉकी से लोकेशन पूछ करते थे लूट
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने यात्रियों को लिफ्ट देकर खुद को पुलिसकर्मी बता ठगी करने वाले लिफाफा गैंग का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने यात्रियों को लिफ्ट देकर खुद को पुलिसकर्मी बता तो कभी पुलिस जांच का डर दिखाकर लोगों को लूटने वाले आठ दोस्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक अब तक इस गैंग ने दिल्ली में तीन सौ से ज्यादा वारदात की हैं। 'लिफाफेबाज' गैंग के ये सभी सदस्य विशेष रूप से बस स्टैंड या रोडसाइड में चलने वालों को निशाना बनाते थे। आरोपितों के कब्जे से तीन कार, सोने की ज्वैलरी, एटीएम कार्ड, वॉकी-टॉकी, लिफाफे बरामद किए हैं।
आरोपियों की गाड़ी में पुलिसकर्मियों की तरह वॉकी-टॉकी लगा रहता था
पिछले कुछ दिनों से जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में यात्रियों को लिफ्ट देकर लूटपाट के मामले सामने आ रहे थे। सभी वारदात का तरीका एक जैसा था। पीड़ितों ने बताया कि आरोपी पुलिसकर्मी बन कर या फिर पुलिस जांच का डर दिखाकर लोगों से लूटपाट करते हैं। आरोपियों की गाड़ी में पुलिसकर्मियों की तरह वॉकी-टॉकी लगा रहता है और वे दिल्ली पुलिस के लोगो वाला मास्क पहनते हैं। घटना की जांच के लिए एक टीम का गठन किया गया टीम को मिली गुप्त सूचना के आधार पर आरके पुरम की फल मार्केट के पास मौजूद पुलिस टीम को एक गाड़ी में तीन लोग आते दिखाई दिए।
लूट का डर दिखा ठगने वाले आठ दोस्त गिरफ्तार
पुलिस टीम ने गाड़ी को जांच के लिए रुकने का इशारा किया, लेकिन बदमाशों ने गाड़ी भगानी शुरू कर दी। पुलिस टीम ने बदमाशों का पीछा किया और उन्हें दबोच लिया। पकड़े गए बदमाशों में इसरार, प्रदीप और मोनू शामिल थे। इसके बाद इस गैंग के अन्य सदस्यों को भी खोज निकाला। इनके पास से तीन कार, सोने की ज्वेलरी, तीन कम्यूनिकेशन डिवाइस वॉकी-टॉकी, प्री रिकॉर्डिड मैसेज, तीस क्रेडिट और डेबिट कार्ड की शेप में कटे कार्ड, सौ लिफाफे, दिल्ली पुलिस के मॉस्क, आठ मोबाइल, बीस असली एटीएम कार्ड, मोबाइल के सिम आदि सामान जब्त किया है।
ऐसे करते थे चोरी
पुलिस के मुताबिक, रास्ते में ये लोग खुद को पुलिसकर्मी या किसी किसी लॉ एन्फोर्समेंट एजेंसी के अधिकारियों के रूप में पेश करते थे। आरोपी पीड़ितों को आगे रास्ते में पुलिस चेकिंग होने की बात कहकर डराते थे और फिर उन्हें अपनी नकदी और कीमती सामान एक लिफाफे में रखने को कहते थे। उन्हें समझाने के लिए, एक आरोपी व्यक्ति भी अपनी नकदी और कीमती सामान दूसरे लिफाफे में डालता था। पुलिस ने कहा कि ये लोग पीड़ितों से अपने एटीएम कार्ड के पिन भी बताने को कहते थे। इस बीच, आरोपी पीड़ितों के लिफाफे को एक समान दिखने वाले अन्य लिफाफे के साथ बदल देते थे। इसके बाद उन्हें गाड़ी से फेंक देते थे।
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